रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. शनिवार को राज्यपाल के अभिवाषण पर चर्चा हुई. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत बीजेपी विधायक अजय चंद्रकार ने की. अजय चंद्राकर ने अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कांग्रेस अधिवेशन को लेकर सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसा. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने अजय चंद्रकार को टोकते हुए कहा कि आप अभिभाषण की जगह अधिवेशन पर चर्चा कर रहे हैं. इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि अधिवेशन में कांग्रेसियों ने सिर्फ 2 लोगों को ही देखा. एक तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नजर आए. दूसरा एक ढेबर नजर आया जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यूएन ढेबर की आत्मा घुस गई थी.
चरणदास महंत ने ली चुटकी: इस पर विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत ने अजय चंद्रकार पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि आप कांग्रेस का इतना अच्छा वर्णन कर रहे हैं. कहीं आपका विचार इधर आने का तो नहीं है. इस पर अजय चंद्राकर ने राज्य सरकार पर मानसिक रूप से दिवालिया होने का आरोप लगा दिया. अजय चंद्राकर ने कहा कि नरवा गरवा घुरवा बारी योजना के लिए कोई बजट नहीं है. हमारी सरकार आई तो हम करप्शन की जांच कराएंगे. 17 दिसंबर के बाद सभी को जेल भेजेंगे. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि मछुआरों पर कृषि मंत्री को बहस की चुनौती दी थी. कंगाल सरकार छोटे मछुवारों से भी पैसा ले रही है. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि मछुआरों पर कृषि मंत्री को बहस की चुनौती दी थी. कंगाल सरकार छोटे मछुवारों से भी पैसा ले रही है
रामायण मेला को लेकर सरकार पर हमला: अजय चंद्राकर ने रामायण मेला को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने रामायण मेला कराया. छत्तीसगढ़ के रामायण पढ़ने वाले लोग नहीं थे. दिल्ली से रामायण पढ़ने के लिए लोग लेकर आए गए थे. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने यह भी कहा कि बस्तर में बाहरी लोग शादी कर जमीन खरीद रहे हैं. आदिवासियों के साथ यहां धोखा हो रहा है. मुख्यमंत्री संस्कृति के स्वयंभू संरक्षक बन गए हैं. चंदखुरी को राम वन गमन परिपथ में शामिल कर दिया. भगवान राम कभी चंदखुरी में नहीं गए. चंदखुरी की खासियत यह है कि सुषेण वैद्य वहां के थे. धनतेरस के दिन चंदखुरी के पेड़ पौधे औषधीय गुणों से परिपूर्ण हो जाते है.। इससे सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता. वह कहीं भी भगवान राम की मूर्ति लगा रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सरकार को घेरा: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बघेल सरकार पर झूठा होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि झूठ की इमारत पर यह सरकार टिकी है. इस सरकार ने हर वर्ग को ठगने का काम किया है. समाज का कोई वर्ग सरकार से खुश नहीं है. सरकार की नीति और नीयत में अंतर दिख रहा है. प्रशासन का राजनीतीकरण और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है. अगर जनादेश मिला है तो उसका सम्मान करना चाहिए.
नौकरशाह हावी है: 22 मार्च 2022 को पंचायत मंत्री ने इसी सदन में चार अधिकारियों के निलंबन की घोषणा की थी. लेकिन उन अधिकारियों का निलंबन नहीं किया गया. इस सरकार में जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं हो रहा है. कलेक्टर विधायकों के पत्र का जवाब नहीं देते हैं. सरकार को आसंदी से ये निर्देश होना चाहिए की चुने हुए जन प्रतिनिधियों का सम्मान होना चाहिए. सरकार ने सिर्फ घोषणा करने का काम किया है. लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया. आज का किसान किसान के बेटे से ही दुखी है. इस सरकार में किसान का खेत गायब हो रहा है.
पीएम आवास योजना को लेकर विपक्ष ने पूछे सवाल: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने पीएम आवास योजना को लेकर सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास को लेकर बीजेपी का पूरे प्रदेश में आंदोलन चल रहा है. दुर्भाग्य है इस प्रदेश का कि छोटे छोटे राज्य प्रधानमंत्री आवास में हमसे आगे हो गये. ऐसे में छत्तीसगढ़ आगे नहीं हो सकता. सरकार की गलत नीतियों के चलते पांच हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है. जब से ये सरकार बनी है, सारी नियुक्तियां बंद है. युवा हताश और निराश हैं.मंत्रिमंडल में टीम वर्क की कमी दिखाई देती है. सरकार के संरक्षण में माफिया वनों की कटाई कर रहे हैं. वन विभाग में कैम्पा फंड का जमकर दुरुपयोग हो रहा है. पूरा छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया है.
1 अप्रैल से 30 जून तक सरकार कराएगी जनगणना: इसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने सदन में ऐलान किया कि वह राज्य में आवासहीन लोगों की जनगणना कराएंगे. सीएम ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जनगणना नहीं कराती है तो आने वाले समय में 1 अप्रैल से 30 जून 2023 तक राज्य सरकार आवासहीन लोगों की जनगणना कराएगी. फिर लोगों को आवास सरकार देगी. उनके हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगी. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. सोमवार 6 मार्च को सीएम बघेल छत्तीसगढ़ का बजट पेश करेंगे.