रायपुर: छत्तीसगढ़ में किसान की आत्महत्या पर सियासत शुरू हो गई है. किसानों को हो रही समस्याओं को लेकर पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तमाम नीतियों के चलते एक बार फिर से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि खुद को किसानों का हितैषी बताने वाली कांघ्रेस की सरकार ने धान का रकबा कम कर दिया है. जिससे किसान परेशान हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार धान खरीदी के लिए नए-नए कानून लाकार किसानों को परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मरने वालों पर मानसिक संतुलन खराब होने जैसे आरोप लगा देती है. उन्होंने राज्य सरकार की निंदा करते हुए कहा कि कम से कम मरने वाले व्यक्ति के ऊपर दूसरे आरोप लगाकर उनके परिवार को शर्मिंदा न करें. यह काफी दुखद है.
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पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बघेल सरकार पर बोला हमला
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी ट्वीट कर भूपेश सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार के कुशासन और नेताओं ने एक बार फिर से किसान की जान ले ली है. गौरतलब है कि कुंडा गांव के 40 वर्षीय किसान धनीराम ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. धनीराम के पास कुल 6.70 एकड़ का जमीन है. उसने खेती के लिए सहकारी बैंक से 61 हजार 932 रुपए का कर्ज लिया था. उसने सोचा था कि धान बेचकर वो कर्ज चुका देगा. परिवार ने बताया कि धनीराम ने इस साल 100 क्विंटल धान बेचने का सोचा था. साथ ही दो बैल भी खरीदे थे और इस बार अपनी बड़ी बेटी का शादी करने का भी उसने सोचा था. लेकिन धान खरीदी के दौरान समिति ने सिर्फ 11 क्विंटल ही धान खरीदने की बात कही. जिससे वो परेशान हो गया और सुबह खेत में जाकर फांसी लगा ली.
कलेक्टर ने पटवारी को किया निलंबित
इस घटना में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने केशकाल एसडीएम दीनदयाल मंडावी से इस मामले में जानकारी मांगी है.