रायपुर: रायपुर में बीजेपी ने आपातकाल की बरसी मनाई. छत्तीसगढ़ बीजेपी की तरफ से बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मीसाबंदियों का सम्मान किया. उसके बाद दोनों नेताओं ने कांग्रेस पर एक के बाद एक कई प्रहार किए.
25 जून आपातकाल के काले दिन को याद करने का दिन है. इस दिन पर हमने आज मीसाबंदियों को सम्मान किया है. जय प्रकाश नारायण ने इस दिन को काला दिन कहा था. 25 जून को इस आपातकाल में लाखों लोगों को जेल में ठूंस दिया गया. प्रेस की आजादी का गला घोंट दिया गया. 372 पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया. तीन हजार से ज्यादा प्रेस को बंद कर दिया गया. इनकी बिजली काट दी गई. अटल जी, आडवाणी जी, जॉर्ज जी और मधु लिमये समेत कई नेताओं को जेल में डाल दिया गया. पूरे देश को जेल में बदल दिया गया .ये आतंक की राजनीति कांग्रेस हमेशा करती है. उस समय कोर्ट ने इंदिरा गांधी को अपात्र घोषित किया था. उसके बाद इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू कर दिया गया. छत्तीसगढ़ में भी जिस तरह की राजनीति अभी चल रही है. वह ज्यादा नहीं चलेगी.:रमन सिंह, बीजेपी उपाध्यक्ष
आज आपातकाल की याद में संवाद और लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया. कांग्रेस पार्टी और इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश को आपातकाल में झोंका. प्रेस की आजादी को छीनने का काम, कोर्ट के अधिकारों को छीनने का काम इंदिरा गांधी और कांग्रेस ने किया. लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला किसी ने किया तो वह कांग्रेस पार्टी और इंदिरा गांधी ने किया. लोकतंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाए. इसलिए 25 जून को हम देश में इस दिन को काले अध्याय के रूप में मनाते हैं. लोकतंत्र के समर्थकों के साथ जो ज्यादतियां हुईं. यातनाएं झेलकर इन लोगों ने लोकतंत्र को बचाने का काम किया. आज उनकी तपस्या की बदौलत हमारा लोकतंत्र जीवित है.आज दुनिया कह रही है कि 21 सदी भारत की सदी है. :अरुण साव, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
आपातकाल के बहाने एक बार बीजेपी ने कांग्रेस की समस्त नीतियों और उनकी महान नेता इंदिरा गांधी पर हमला किया. चुनावी साल में इसी बहाने बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया किया, कांग्रेस ने किस तरह संविधान के साथ खिलवाड़ किया है.