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क्वॉरेंटाइन सेंटरों में टीवी-रेडियो लगाने की योजना, बीजेपी को बंदरबाट की आशंका

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Published : May 29, 2020, 11:19 AM IST

प्रदेश की भूपेश सरकार अब क्वॉरेंटाइन सेंटरों में टीवी और रेडियो लगाने की योजना बना रही है. इस पर भाजपा ने भूपेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. भाजपा इस योजना में बंदरबाट किए जाने की आशंका जता रही है.

BJP targets Bhupesh government
भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

रायपुर: भूपेश सरकार ने पिछले दिनों अनावश्यक खर्चे रोकने के लिए निर्देश जारी किया था. वहीं दूसरी ओर सरकार ने अब क्वॉरेंटाइन सेंटरों के लिए टीवी और रेडियो खरीदे जाने की योजना बनाई है. जिससे क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रखे गए लोगों का मनोरंजन हो सके. लेकिन ये योजना शुरू होने के पहले ही विवादों में घिर गई है. भाजपा ने इस योजना के शुरू होने के पहले ही बंदरबांट किए जाने की आशंका जताई है.

बीजेपी ने भूपेश सरकार को घेरा

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों को टीवी और रेडियो से ज्यादा अच्छा खाना, उचित इलाज और सोने के लिए बिस्तर की जरूरत है. संजय ने कहा कि भूपेश सरकार क्वॉरेंटाइन सेंटर में इन जरूरी व्यवस्थाओं के बजाय टीवी और रेडियो की व्यवस्था कर रही है.

भाजपा को गरीबों की चिंता नहीं: कांग्रेस

वहीं मामले में कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सिर्फ अमीरों और चंद चेहरों की चिंता करती है उसे गरीबों की चिंता नहीं है. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में टीवी-रेडियो लगाया जा रहा जिससे वहां रह रहे लोगों का मनोरंजन हो सके. ऐसे में भाजपा का विरोध समझ से परे है.उन्होंने कहा कि भाजपा कि केंद्र सरकार ने तो गरीब मजदूरों के ट्रेन किराए में भी 50 रुपए बढ़ा दिए. मजदूर 2 महीने से फंसे हुए हैं. उनके बारे में केंद्र की भाजपा सरकार नहीं सोच रही है.

पढ़ें: कांग्रेस ने की स्पीक अप इंडिया की शुरुआत, बीजेपी ने बताया दिखावा अभियान

करीब 2 करोड़ रुपए होंगे खर्च

बता दें कि प्रदेश में लगभग 19 हजार से ज्यादा क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें लगभग 2 लाख 3 हजार से ज्यादा श्रमिकों को रखा गया है. इन क्वॉरेंटाइन सेंटरों में लगभग 7 लाख 6 हजार से ज्यादा लोगों को रखे जाने की क्षमता है. ऐसें में राज्य सरकार ने यहां टीवी और रेडियो लगाए जाने की योजना बनाई है. अगर 19 हजार क्वॉरेंटाइन सेंटर में टीवी लगाया जाता है तो उसके साथ ही सेटअप बॉक्स लगाना और उसे रिचार्ज भी करना होगा. इस तरह इस योजना और एक अनुमान के मुताबिक सरकार के लगभग 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

क्वॉरेंटाइन सेंटर बंद होने के बाद क्या होगा !

कुछ महीने के बाद इन क्वॉरेंटाइन सेंटरों को बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में सवाल ये उठता है कि सेंटर बंद होने के बाद यहां रखे टीवी, रेडियो और सेटअप बॉक्स का क्या होगा. इसको लेकर सरकार की कोई योजना नहीं है. यही कारण है कि योजना को लेकर पहले ही बंदरबांट की आशंका व्यक्त की जा रही है.

रायपुर: भूपेश सरकार ने पिछले दिनों अनावश्यक खर्चे रोकने के लिए निर्देश जारी किया था. वहीं दूसरी ओर सरकार ने अब क्वॉरेंटाइन सेंटरों के लिए टीवी और रेडियो खरीदे जाने की योजना बनाई है. जिससे क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रखे गए लोगों का मनोरंजन हो सके. लेकिन ये योजना शुरू होने के पहले ही विवादों में घिर गई है. भाजपा ने इस योजना के शुरू होने के पहले ही बंदरबांट किए जाने की आशंका जताई है.

बीजेपी ने भूपेश सरकार को घेरा

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों को टीवी और रेडियो से ज्यादा अच्छा खाना, उचित इलाज और सोने के लिए बिस्तर की जरूरत है. संजय ने कहा कि भूपेश सरकार क्वॉरेंटाइन सेंटर में इन जरूरी व्यवस्थाओं के बजाय टीवी और रेडियो की व्यवस्था कर रही है.

भाजपा को गरीबों की चिंता नहीं: कांग्रेस

वहीं मामले में कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सिर्फ अमीरों और चंद चेहरों की चिंता करती है उसे गरीबों की चिंता नहीं है. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में टीवी-रेडियो लगाया जा रहा जिससे वहां रह रहे लोगों का मनोरंजन हो सके. ऐसे में भाजपा का विरोध समझ से परे है.उन्होंने कहा कि भाजपा कि केंद्र सरकार ने तो गरीब मजदूरों के ट्रेन किराए में भी 50 रुपए बढ़ा दिए. मजदूर 2 महीने से फंसे हुए हैं. उनके बारे में केंद्र की भाजपा सरकार नहीं सोच रही है.

पढ़ें: कांग्रेस ने की स्पीक अप इंडिया की शुरुआत, बीजेपी ने बताया दिखावा अभियान

करीब 2 करोड़ रुपए होंगे खर्च

बता दें कि प्रदेश में लगभग 19 हजार से ज्यादा क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें लगभग 2 लाख 3 हजार से ज्यादा श्रमिकों को रखा गया है. इन क्वॉरेंटाइन सेंटरों में लगभग 7 लाख 6 हजार से ज्यादा लोगों को रखे जाने की क्षमता है. ऐसें में राज्य सरकार ने यहां टीवी और रेडियो लगाए जाने की योजना बनाई है. अगर 19 हजार क्वॉरेंटाइन सेंटर में टीवी लगाया जाता है तो उसके साथ ही सेटअप बॉक्स लगाना और उसे रिचार्ज भी करना होगा. इस तरह इस योजना और एक अनुमान के मुताबिक सरकार के लगभग 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

क्वॉरेंटाइन सेंटर बंद होने के बाद क्या होगा !

कुछ महीने के बाद इन क्वॉरेंटाइन सेंटरों को बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में सवाल ये उठता है कि सेंटर बंद होने के बाद यहां रखे टीवी, रेडियो और सेटअप बॉक्स का क्या होगा. इसको लेकर सरकार की कोई योजना नहीं है. यही कारण है कि योजना को लेकर पहले ही बंदरबांट की आशंका व्यक्त की जा रही है.

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