रायपुर: पूरे प्रदेश से गोठानों की खराब हालत की खबरें आ रही हैं. बालोद में सरपंच ने कर्ज लेकर गौठाने बनवाने और राशि न मिलने का आरोप लगाया था, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर योजना और उसके क्रियान्वयन को लेकर निशाना साधा है. बीजेपी ने सरकार की योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी पर सवाल उठाए हैं.
बालोद जिले में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी का हाल बेहाल होने संबंधी जानकारी ETV भारत ने आप तक पहुंचाई है. बालोद में इस योजना के तहत गौठान ने सरपंच को कंगाल बना दिया है. सरपंच का कहना है कि उसने लाखों रुपए कर्ज लेकर गौठान का निर्माण कराया था लेकिन उसे फूटी कौड़ी तक नहीं मिली.
- भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि सरकार अपनी इस योजना को लेकर खुद ही अपना थपथपा रही है, जबकि हकीकत कुछ और ही है.
- बीजेपी की कहना है कि ये हालात सिर्फ बालोद में नहीं हैं बल्कि इससे पहले जांजगीर और प्रदेश के अन्य जगहों से भी इस तरह की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं.
- बीजेपी का कहना है कि सरकार की ओर से सरपंचों को दबाव बनाकर गौठान का निर्माण तो करवा लिया गया है लेकिन इसके बदले भुगतान नहीं मिल पा रहा है प्रदेश के घोटालों में न तो चारों बचा है और न ही पानी.
- सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा बारी के तहत ही बालोद जिले के ग्राम पंचायत उमरा गांव में के आश्रित ग्राम चरोटा में योजना के तहत 17लाख रुपए का निर्माण सरपंच ने करवाया है लेकिन 6 महीने के बाद भी सरपंच को राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.
- इसमें यह जानकारी भी आ रही है कि सरपंच सखाराम देवांगन ने 17 लाख रुपए का कर्ज लेकर गौठान का निर्माण करवाया है. निर्माण के कई महीने बीत जाने के बाद भी सरपंच को फूटी कौड़ी तक नहीं मिल पाई है. अब जिन लोगों से उधार लेकर सरपंच ने इसका निर्माण करवाया है वे लोग लगातार तगादे कर रहे हैं.