रायपुर: बीजेपी ने गुरूवार को राजधानी रायपुर में राज्य सरकार द्वारा बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान बीजेपी कार्यकताओं ने विद्युत नियामक आयोग के दफ्तर का घेराव भी किया. बीजेपी ने इस प्रदर्शन में पार्टी की महिला विंग के सैंकड़ों कार्यकर्ता भी शामिल रहे.
विद्युत नियामक आयोग के दफ्तर का घेराव के दौरान पार्टी कार्यकताओं की पुलिस के साथ झुमाझटकी भी हुई. जिसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता दफ्तर के पास धरने पर बैठ गए. बीजेपी ने राज्य में बिजली के दरों में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बीजेपी नेताओं ने कहा कि सरकार बिजली की बढ़ी हुई दर को वापस नहीं लेती है तो वह उग्र आंदोलन के साथ-साथ सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार गरीब और आम जनता की जेब में डाका डाल रही है. कोरोना काल में लोगों के पास पैसे नहीं हैं और कई लोगों की नौकरियां चली गई हैं. ऐसे समय में सरकार ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी की है. सरकार को इसे वापस लेना पड़ेगा.
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बता दें छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए बिजली के दरों में औसतन 6.41 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की है. आयोग के अधिकारियों ने बताया कि नई दरें एक अगस्त से प्रभावी हो गई हैं.
आयोग के सचिव एसपी शुक्ला ने बताया कि राज्य में बिजली के सभी उपभोक्ता श्रेणियों में प्रति यूनिट 6.41 फीसदी की औसत बढ़ोतरी की गई है, जो 48 पैसे प्रति यूनिट है. वहीं, 3 साल के बाद छत्तीसगढ़ में बिजली की कीमतें बढ़ी हैं. विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय वर्ष 2021 22 के लिए औसत दर 6.19 रुपए निर्धारित की है. पिछले साल बिजली कि यह दर 5.93 रुपए प्रति यूनिट थी.