रायपुर: छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश से किसानों को हो रहे नुकसान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने राज्य सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की है. भाजपा विधायक और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बेमौसम बारिश के चलते रबी और उद्यानिकी फसलों के नुकसान को लेकर चिंता जाहिर की. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कोविड के चलते सालभर से गतिविधियां बंद हैं. किसान पहले से ही आर्थिक मार झेल रहे थे, रही-सही कसर इस बेमौसम बारिश ने पूरी कर दी है. धान सहित सभी फसलें तैयार होने के बाद बारिश के चलते खेत में पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं. सब्जियों और फलों की फसलें भी बारिश में खराब हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि आपदा के इस काल में छत्तीसगढ़ सरकार तत्काल किसानों को उचित मुआवजा दे.
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सरकार तुरंत सर्वे कराकर दे मुआवजा
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बेमौसम बरसात से किसान बर्बाद हो गए हैं. किसानों को 2500 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदने का सब्जबाग दिखाने वाली सरकार ने किसानों को पहले ही बदहाल कर रखा है. आज किसानों के धान को 1200-1300 रुपए प्रति क्विंटल में भी कोई खरीदने वाला नहीं है. ऊपर से फसल की बर्बादी ने किसानों को तोड़कर रख दिया है. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार तत्काल पूरे प्रदेश में युद्धस्तर पर सर्वे कराकर किसानों को राहत राशि और मुआवजा दे.
'राजीव गांधी न्याय योजना को अन्याय योजना ना बनाए'
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति कोविड-19 के चलते बदहाल हो गई है. किसानों को धान का पैसा जो राजीव गांधी न्याय योजना के तहत सरकार के पास जमा है, उसे चार किस्त के बजाय किसानों को एक किस्त में दिया जाए. जिससे आपदा काल में यह राशि किसानों के काम आ सके. इससे राजीव गांधी न्याय योजना (Rajiv Gandhi nyay yojna) किसानों के लिए न्याय योजना ही रहे, नहीं तो यह योजना राजीव गांधी अन्याय योजना कहलाएगी.
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खरीफ धान की खरीदी शुरू करे सरकार
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसानों का खरीफ धान भी बिका नहीं है. कोविड प्रभावित और अन्य गरीब किसानों का धान औने-पौने दाम में कोचियों को बेचना पड़ रहा है. सरकार पूरे प्रदेश में मंडी को शुरू कर किसानों की धान की खरीदी की व्यवस्था करे.