रायपुर: छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की. बीजेपी नेताओं ने राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडे, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर शामिल रहे.
बीजेपी के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार गलत बयानबाजी करने का काम कर रही है. हजारों की संख्या में छत्तीसगढ़ के मजदूर सड़कों पर पैदल चल रहे हैं, जिनके लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. पदाधिकारियों का कहना था कि राज्य सरकार ने एक बार भी नहीं सोचा कि विपक्ष को साथ लेकर बात करें और एक भी बैठक नहीं की गई.
'राज्य सरकार को प्रस्तुत करना चाहिए श्वेत पत्र'
इसके साथ ही राज्य सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि इस सरकार के पास आज भी कोई कार्ययोजना नहीं है. गरीबों को लूटा जा रहा है. राजस्व बढ़ाने के लिए पहली बार ऐसा किया जा रहा है कि शराब की दुकानें खुलवाई जा रही हैं. बीजेपी के नेताओं का कहना है कि किसानों की हालत खराब है. समर्थन मूल्य में डिफरेंस की राशि तत्काल दी जानी चाहिए. 2 साल का बोनस किसानों को मिलना चाहिए. इसके साथ ही सरकार को श्वेत पत्र जारी कर 50 दिन में कोरोना वायरस से बचाव और प्रदेश में स्वास्थ्य के लिए क्या काम किया है बताना चाहिए.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्विट कर इस बारे में जानकारी दी है और शराबबंदी की मांग की है.
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विश्वव्यापी महामारी #Covid19 के दौरान प्रदेश में शराब की बिक्री प्रारंभ करना राज्य सरकार का बेहद गैर-जिम्मेदारी भरा निर्णय है।
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आज प्रदेश की माताओं-बहनों की आवाज़ को माननीय राज्यपाल सुश्री @AnusuiyaUikey जी से तक पहुँचाते हुए प्रदेश में शराबबंदी के लिए ज्ञापन सौंपा। pic.twitter.com/I9p5elWVDH
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— Dr Raman Singh (@drramansingh) May 11, 2020
आज प्रदेश की माताओं-बहनों की आवाज़ को माननीय राज्यपाल सुश्री @AnusuiyaUikey जी से तक पहुँचाते हुए प्रदेश में शराबबंदी के लिए ज्ञापन सौंपा। pic.twitter.com/I9p5elWVDHविश्वव्यापी महामारी #Covid19 के दौरान प्रदेश में शराब की बिक्री प्रारंभ करना राज्य सरकार का बेहद गैर-जिम्मेदारी भरा निर्णय है।
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आज प्रदेश की माताओं-बहनों की आवाज़ को माननीय राज्यपाल सुश्री @AnusuiyaUikey जी से तक पहुँचाते हुए प्रदेश में शराबबंदी के लिए ज्ञापन सौंपा। pic.twitter.com/I9p5elWVDH
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प्रदेश में 6 एक्टिव केस
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के अब तक 59 मामले सामने आ चुके हैैं, जिसमें से 53 लोगों को ठीक किया जा चुका है. वहीं प्रदेश में अब सिर्फ 6 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज रायपुर के AIIMS में जारी है. लोगों को डर है कि शराब दुकानों में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. इससे कहीं कोरोना का संक्रमण न फैले. वहीं सोमवार को पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिलासपुर पहुंची.