रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी की महानिदेशक और स्वास्थ्य विभाग की ACS रेणु पिल्लै छुट्टी पर चली गई हैं. उनके अवकाश काल में उनकी जगह पर प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला को स्वास्थ्य विभाग का प्रभार दिया गया है. इस पर प्रदेश में सियासत गर्मा गई है. राज्य सरकार के इस फैसले को बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने डबल स्टैंडर्ड वाला बताया है. मूणत ने सरकार को इसके लिए आड़े हाथों लिया है. वह इसे सरकार का दोहरा चरित्र बता रहे हैं.
राजेश मूणत ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए टीएस सिंहदेव को डॉ. शुक्ला से काफी शिकायतें थी, आज उन्हीं को स्वास्थ्य विभाग के अलावा एक के बाद एक अहम जिम्मेदारियां सौंपकर पुरस्कृत किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग की ACS रेणु पिल्लै छुट्टी पर, आलोक शुक्ला संभालेंगे कमान
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की तरफ से साल 2017 में लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए मूणत ने सवाल खड़े किए है. मूणत ने कहा है कि इस पत्र के जरिए सिंहदेव ने आलोक शुक्ला पर घोटाले का आरोप लगाया था और गिरफ्तारी की मांग की थी. तब सिंहदेव के उस पत्र में भूपेश बघेल के भी हस्ताक्षर थे.
राजेश मूणत ने जताई हैरानी
राजेश मूणत ने हैरानी जताई कि विपक्ष में रहते हुए टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल ने जिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की थी, आज मुख्यमंत्री और मंत्री बनने के बाद मंत्रालय में ही उन्हें अहम पदों से नवाजकर पुरस्कृत किया जा रहा है.