रायपुर: रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने खाद्य की समस्या और चिटफंड मामले में सरकार से तीखे सवाल पूछे हैं. बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, " क्या प्रदेश में खाद की कमी को लेकर राज्य सरकार ने एक भी पत्र लिखा है या कभी एक भी फोन केंद्रीय खाद्य मंत्री को लगाया है. प्रदेश में सभी मंत्री अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं. इस वजह से उन्होंने प्रदेश को बदहाल कर दिया है."
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खाद की समस्या को लेकर केंद्र से की बात?: रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि " मैं राज्य सरकार से पूछना चाहता हूं, प्रदेश में खाद की कमी को लेकर क्या राज्य सरकार ने एक भी पत्र या कभी एक भी बार फोन केंद्रीय खाद्य मंत्री से बात की है? मेरी जानकारी में प्रति सप्ताह राज्य के अधिकारियों की केंद्र के अधिकारियों के साथ बैठक होती है. इस बैठक में कभी भी राज्य सरकार के अधिकारियों ने प्रदेश में खाद की कमी का जिक्र नहीं किया है. राज्य सरकार के अधिकारी बोल रहे हैं कि पर्याप्त मात्रा में खाद की सप्लाई हो रही है. सरकार के गोडाउन में खाद भरी हुई है, लेकिन सोसायटियों में खाद नहीं पहुंच रही. इसका मुख्य कारण है कि ब्लैक मार्केटिंग में खाद बेची जा रही है. यह सरकार खाद की कमी पैदा करने वाली सरकार है."
चिटफंड कंपनी की संपत्ति को किसने खरीदा चिटफंड पर बोले बृजमोहन: रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा " चिटफंड कंपनी की जो संपत्ति जब्त की गई है, उसको खरीदा किसने है? सरकार जरा उनके नाम उजागर करें. 100 करोड़ रुपए की संपत्ति को 25 करोड़ों में बेच दिया और खरीदने वाले भी सत्ता पार्टी के जुड़े हुए लोग हैं."
कांग्रेस पर तंज: बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी के लिए भारत माता और देश पहले हैं. फिर समाज और फिर हमारी पार्टी है. लेकिन कांग्रेस के लिए सोनिया पहले हैं फिर राहुल और प्रियंका है. भारत सुजलाम सुफलाम बने इसके लिए भारत के कण-कण में भारत के हर व्यक्ति में देशभक्ति की भावना जागृत हो. इसके लिए 15 अगस्त को पूरे देश में 75 लाख स्थानों पर झंडा फहराया जाए. यह भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है. "
मंत्रियों क्या बोल गए बृजमोहन अग्रवाल: बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि "छत्तीसगढ़ सरकार को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है. जो देश विरोधी संस्थाएं हैं वह छत्तीसगढ़ में सक्रिय है. छत्तीसगढ़ में विभिन्न नामों से जमीनें मांग रही है. छत्तीसगढ़ में विभिन्न क्रियाकलाप कर रही है. छत्तीसगढ़ के मंत्री भी उनको प्रमोट कर रहे हैं. उन्हें अनुदान दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ को सतर्क रहने की जरूरत है और प्रदेश के अधिकारियों को बच के रहने की जरूरत है. मंत्रियों के गलत निर्देशों को अधिकारी ना माने, नहीं तो आने वाले समय में बड़ी घटनाएं हो सकती है."