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बांस कटाई मामला: बीजेपी ने पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर की अध्यक्षता में बनाई जांच कमेटी

कोरबा के बांकीमोंगरा के हल्दीबाड़ी बीट में अवैध बांस कटाई को लेकर सोशल मीडिया में जारी वीडियो की निष्पक्षता से जांच के लिए बीजेपी ने विधायक दल जांच कमेटी का गठन किया है, जो 10 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट छत्तीसगढ़ बीजेपी के आला कमान को सौंपेगी.

Leader of Opposition Dharamlal Kaushik
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक
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Published : Jul 23, 2020, 10:04 PM IST

रायपुर: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने वन मंडल कटघोरा के बांकीमोंगरा के हल्दीबाड़ी बीट में अवैध बांस कटाई को लेकर सोशल मीडिया में जारी वीडियो की निष्पक्षता से जांच के लिए कमेटी बनाई है. बता दें, भाजपा विधायक दल की तरफ से वीडियो की निष्पक्षता से जांच के लिए कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच करेगी.

धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़

इस कमेटी में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक ननकीराम कंवर की अध्यक्षता में दो सदस्य यानी पूर्व मंत्री और विधायक कृष्णमूर्ति बांधी और विधायक सौरभ सिंह को शामिल किया गया है. जांच दल 10 दिनों के अंदर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगा, ताकि घटना की वास्तुस्थिति स्पष्ट हो सके. इन सब के बीच एक सवाल यह उठता है कि आखिरकार इस पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच किस वजह से नहीं की जा रही है? इसकी वजह से भ्रम की स्थिति बनी हुई है. अब शायद यह भाजपा विधायक दल की जांच से ही स्पष्ट हो पाएगा.

बांस की कटाई को लेकर हुई थी कार्रवाई

बता दें, 18 जुलाई की सुबह बीट गार्ड शेखर सिंह रात्रे अपने क्षेत्र पहुंचे तो देखा कि बिना किसी वैधानिक आदेश के बांस की कटाई की जा रही है. फिर क्या था पहले तो बीट गार्ड ने मजदूरों से 11 कुल्हाड़ी, 365 बांस जब्त किया और फिर वन अधिनियम के तहत रेंजर, डिप्टी रेंजर, दूसरे बीट गार्ड रामकुमार यादव और 11 मजदूरों के खिलाफ केस भी बनाया.

पढ़ें: बांस कटाई मामला में संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी का बयान, कहा जांच के बाद होगी कार्रवाई

बीट गार्ड शेखर रात्रे ने सीनियर को सिखाया था कानून

इतना ही नहीं शेखर ने रेंजर मृत्युंजय सिंह और डिप्टी रेंजर को बिना आदेश बांस कटाई को लेकर खरी-खोटी सुनाई. ऐसा पहली बार हुआ होगा जब किसी कनिष्ठ ने अपने वरिष्ठ अधिकारी को ऐसा पाठ पढ़ाया होगा. बांस कटाई को लेकर जब सीनियर मृत्युंजय शर्मा नियम समझाने लगे तो बीट गार्ड शेखर रात्रे ने भी उन्हें कानून सिखा दिया था.

पढ़ें: बांस कटाई मामला : प्रभारी मंत्री ने लिया संज्ञान, DFO ने उच्चाधिकारियों को भेजी जांच फाइल

अवैध कटाई की बात से अफसर कर रहे इनकार

वहीं मामले में विभागीय अफसर अवैध कटाई की बात से इनकार कर रहे हैं. बीट गार्ड के साहसिक कदम से जंगल के अंदर होने वाले नियम के खिलाफ कार्यों की पोल खुल चुकी है. बीट गार्ड ने न सिर्फ प्रकरण बनाया बल्कि मौके से 365 बांस भी जब्त किया. तस्वीर में बांस के हरे पत्ते साफ तौर पर दिख रहे हैं, जिससे यह साफ तौर पर जाहिर है कि वह सूखे बांस नहीं थे. जबकि विभागीय अफसरों का कहना है कि यह अवैध कटाई नहीं है, विशेष परिस्थितियों की वजह से डीएफओ की अनुमति लेकर विभागीय प्रयोजन के चलते सूखे गिरे हुए बांस संग्रहित किए गए थे.

रायपुर: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने वन मंडल कटघोरा के बांकीमोंगरा के हल्दीबाड़ी बीट में अवैध बांस कटाई को लेकर सोशल मीडिया में जारी वीडियो की निष्पक्षता से जांच के लिए कमेटी बनाई है. बता दें, भाजपा विधायक दल की तरफ से वीडियो की निष्पक्षता से जांच के लिए कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच करेगी.

धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़

इस कमेटी में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक ननकीराम कंवर की अध्यक्षता में दो सदस्य यानी पूर्व मंत्री और विधायक कृष्णमूर्ति बांधी और विधायक सौरभ सिंह को शामिल किया गया है. जांच दल 10 दिनों के अंदर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगा, ताकि घटना की वास्तुस्थिति स्पष्ट हो सके. इन सब के बीच एक सवाल यह उठता है कि आखिरकार इस पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच किस वजह से नहीं की जा रही है? इसकी वजह से भ्रम की स्थिति बनी हुई है. अब शायद यह भाजपा विधायक दल की जांच से ही स्पष्ट हो पाएगा.

बांस की कटाई को लेकर हुई थी कार्रवाई

बता दें, 18 जुलाई की सुबह बीट गार्ड शेखर सिंह रात्रे अपने क्षेत्र पहुंचे तो देखा कि बिना किसी वैधानिक आदेश के बांस की कटाई की जा रही है. फिर क्या था पहले तो बीट गार्ड ने मजदूरों से 11 कुल्हाड़ी, 365 बांस जब्त किया और फिर वन अधिनियम के तहत रेंजर, डिप्टी रेंजर, दूसरे बीट गार्ड रामकुमार यादव और 11 मजदूरों के खिलाफ केस भी बनाया.

पढ़ें: बांस कटाई मामला में संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी का बयान, कहा जांच के बाद होगी कार्रवाई

बीट गार्ड शेखर रात्रे ने सीनियर को सिखाया था कानून

इतना ही नहीं शेखर ने रेंजर मृत्युंजय सिंह और डिप्टी रेंजर को बिना आदेश बांस कटाई को लेकर खरी-खोटी सुनाई. ऐसा पहली बार हुआ होगा जब किसी कनिष्ठ ने अपने वरिष्ठ अधिकारी को ऐसा पाठ पढ़ाया होगा. बांस कटाई को लेकर जब सीनियर मृत्युंजय शर्मा नियम समझाने लगे तो बीट गार्ड शेखर रात्रे ने भी उन्हें कानून सिखा दिया था.

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अवैध कटाई की बात से अफसर कर रहे इनकार

वहीं मामले में विभागीय अफसर अवैध कटाई की बात से इनकार कर रहे हैं. बीट गार्ड के साहसिक कदम से जंगल के अंदर होने वाले नियम के खिलाफ कार्यों की पोल खुल चुकी है. बीट गार्ड ने न सिर्फ प्रकरण बनाया बल्कि मौके से 365 बांस भी जब्त किया. तस्वीर में बांस के हरे पत्ते साफ तौर पर दिख रहे हैं, जिससे यह साफ तौर पर जाहिर है कि वह सूखे बांस नहीं थे. जबकि विभागीय अफसरों का कहना है कि यह अवैध कटाई नहीं है, विशेष परिस्थितियों की वजह से डीएफओ की अनुमति लेकर विभागीय प्रयोजन के चलते सूखे गिरे हुए बांस संग्रहित किए गए थे.

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