रायपुर: 2 साल पहले हुए शिक्षक भर्ती मामले को लेकर गुरुवार को बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से राजभवन में मुलाकात की. अपने ज्ञापन में बीजेपी नेताओं ने कहा कि दो साल पहले कांग्रेस सरकार ने शिक्षक भर्ती परीक्षा में 14 हजार 580 अभ्यर्थियों का चयन किया था. लेकिन अब तक तक किसी को ज्वाइनिंग नहीं दी गई है.
चयनित अभ्यर्थी दो साल बाद भी बेरोजगार
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने मीडिया से चर्चा की. उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार आने के बाद शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसमें 14 हजार 580 अभ्यर्थियों की चयन किया था, लेकिन आज दो साल बाद भी किसी को भी ज्वाइनिंग नहीं दी गई. चयनित अभ्यार्थी बीएड, डीएड किए हुए हैं, जो आज बेरोजगार घूम रहे हैं.
न नौकरी मिली और न ही पदस्थापना
बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने बताया कि व्याख्याता के रूप में 3,177 शिक्षकों को महज चयन प्रमाण पत्र दे दिया गया है, लेकिन उन्हें कहीं भी नौकरी नहीं दी गई और ना ही उनकी पदस्थापना हुई है. संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार नए मॉडल स्कूल खोलने जा रही है, जिसमें अंग्रेजी के शिक्षकों की भर्ती होनी है. शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थी भी अंग्रेजी के हैं, उन्हीं लोगों में से मॉडल स्कूल में भर्ती होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि मॉडल स्कूल में भर्ती प्रक्रिया में 5% के आरक्षण का भी पालन नहीं हो रहा है. बीजेपी नेता ने कांग्रेस सरकार पर बंदरबांट का आरोप लगाया है.
पीएससी मामले पर भी हुई मौखिक चर्चा
बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा की राज्यपाल अनुसुइया उइके से पीएससी भर्ती परीक्षा मामले को लेकर भी मौखिक रूप से चर्चा हुई है. उन्होंने बताया कि यह बहुत बड़ा मामला है. सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. जिसने परीक्षा ही नहीं दी, उसे इंटरव्यू के लिए कैसे चयन कर लिया गया है.
सीएम और गृहमंत्री पर निशाना
बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने पीएससी मामले में सीएम भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये ए ओ ह्यूम की पार्टी है. वहां की कोई प्रणाली है. आप अनुपस्थित रहो और आपका चयन हो जाता है. ये सिर्फ कांग्रेस में दिख सकता है. वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के 99% अपराध नियंत्रण वाले बयान पर भी संजय श्रीवास्तव निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कम से कम गृह मंत्री ने कुछ तो गैप रखा है. प्रदेश में हर दिन हत्या लूट और दुष्कर्म जैसी घटना हो रही हैं. सरकार को ढाई साल बीत गए हैं,अब तो गृह मंत्री को सच्चाई बताने की जरूरत है.