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बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण और सप्रे स्कूल मैदान को छोटा करने पर बिफरी बीजेपी

बूढ़ा तालाब का सौंदर्यीकरण लगातार विवादों में घिरता जा रहा है. तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा करने की योजना है. जिसे लेकर लगातार इसका विरोध हो रहा है.

shortening of Sapre school
सप्रे स्कूल का मैदान को छोटा करने का विरोध
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Published : Jun 1, 2020, 7:58 PM IST

रायपुर: बूढ़ा तालाब सौंदर्यीकरण के नाम पर एक बार फिर से सप्रे स्कूल मैदान को छोटा किए जाने को लेकर, रायपुर नगर निगम का विरोध किया जा रहा है. इस मामले में सियासत गर्मा गई है.एकाएक मैदान छोटा किए जाने को लेकर भाजपा के पार्षद भी अब उसके विरोध में आ गए हैं.

सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा करने का विरोध

भाजपा के पार्षद मृत्युंजय दुबे ने बताया कि भाजपा के पार्षद तालाब सौंदर्यीकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं. लेकिन बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीरण के नाम पर माधवराव सप्रे स्कूल और दानी स्कूल के मैदान को छोटा किया जा रहा है. इसके साथ ही इस निर्माण के लिए आसपास के हरे भरे पेड़ों को भी काट दिया गया है. भाजपा पार्षद ने महापौर से सवाल किया है कि ढाई करोड़ के काम का भूमि पूजन किसने किया है.

गुपचुप तरीके से हो रहा काम: मृत्युंजय

भाजपा पार्षद का सवाल है कि लॉकडाउन के दौरान नगर निगम का गुपचुप तरीके से रातों रात पेड़ों को काटना, ग्राउंड की बाउंड्री को गिराना और फुटबॉल ग्राउंड को शिफ्ट करना कहां तक सही है. मृत्युंजय का कहना है कि बिना पार्किंग व्यवस्था के नगर निगम ढाई करोड़ रुपए की योजना ला रही है, वहीं वहां पर स्थित शौचालय को हटाने की बात भी की जा रही है. पार्षद ने आरोप लगाया है कि सौंदर्यीकरण के नाम पर इतने गुपचुप तरीके से बिना भूमि पूजन और बिना टेंडर करवाए काम करवाना ही बताता है इनका एजेंडा कुछ और है.

पढ़ें: 12 लाख रुपये की लागत से नदी किनारे बन रहे तालाब पर उठ रहे सवाल

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनाने की योजना

वहीं महापौर ने प्रेस वार्ता कर बूढ़ा तालाब प्रोजेक्ट के बारे में बताया. इस दौरान महापौर ने कहा कि आज तक बूढ़ा तालाब के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं. लेकिन तालाब को बेहतर स्वरूप नहीं दिया जा सका है. आज बूढ़ा तालाब को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर तैयार किया जा रहा है. तो लोगों को तकलीफ हो रही है. वहीं सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा किए जाने के विरोध को लेकर महापौर ने इसे प्रायोजित बताया है. अगर वहां विरोध किया जाना था तो खिलाड़ियों को विरोध करना था. जो खिलाड़ी वहां रोजाना खेलने आते हैं. महापौर ने बताया कि जब खिलाड़ियों को ड्राइंग और डिजाइन दिखाई गई तो वे सभी इस काम से संतुष्ट है.

5 से 6 मीटर छोटा करने की योजना

पहले भी तीन बार सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा किया गया है. लेकिन वहां किसी प्रकार का डेवलपमेंट नहीं हो पाया. नगर निगम ने इस बार मैदान को 5 से 6 मीटर छोटा करने की योजना बनाई है. इस योजना में बूढ़ा तालाब को संवारने के लिए 2 से ढाई करोड़ राशि के खर्च की योजना बनाई गई है.

रायपुर: बूढ़ा तालाब सौंदर्यीकरण के नाम पर एक बार फिर से सप्रे स्कूल मैदान को छोटा किए जाने को लेकर, रायपुर नगर निगम का विरोध किया जा रहा है. इस मामले में सियासत गर्मा गई है.एकाएक मैदान छोटा किए जाने को लेकर भाजपा के पार्षद भी अब उसके विरोध में आ गए हैं.

सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा करने का विरोध

भाजपा के पार्षद मृत्युंजय दुबे ने बताया कि भाजपा के पार्षद तालाब सौंदर्यीकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं. लेकिन बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीरण के नाम पर माधवराव सप्रे स्कूल और दानी स्कूल के मैदान को छोटा किया जा रहा है. इसके साथ ही इस निर्माण के लिए आसपास के हरे भरे पेड़ों को भी काट दिया गया है. भाजपा पार्षद ने महापौर से सवाल किया है कि ढाई करोड़ के काम का भूमि पूजन किसने किया है.

गुपचुप तरीके से हो रहा काम: मृत्युंजय

भाजपा पार्षद का सवाल है कि लॉकडाउन के दौरान नगर निगम का गुपचुप तरीके से रातों रात पेड़ों को काटना, ग्राउंड की बाउंड्री को गिराना और फुटबॉल ग्राउंड को शिफ्ट करना कहां तक सही है. मृत्युंजय का कहना है कि बिना पार्किंग व्यवस्था के नगर निगम ढाई करोड़ रुपए की योजना ला रही है, वहीं वहां पर स्थित शौचालय को हटाने की बात भी की जा रही है. पार्षद ने आरोप लगाया है कि सौंदर्यीकरण के नाम पर इतने गुपचुप तरीके से बिना भूमि पूजन और बिना टेंडर करवाए काम करवाना ही बताता है इनका एजेंडा कुछ और है.

पढ़ें: 12 लाख रुपये की लागत से नदी किनारे बन रहे तालाब पर उठ रहे सवाल

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनाने की योजना

वहीं महापौर ने प्रेस वार्ता कर बूढ़ा तालाब प्रोजेक्ट के बारे में बताया. इस दौरान महापौर ने कहा कि आज तक बूढ़ा तालाब के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं. लेकिन तालाब को बेहतर स्वरूप नहीं दिया जा सका है. आज बूढ़ा तालाब को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर तैयार किया जा रहा है. तो लोगों को तकलीफ हो रही है. वहीं सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा किए जाने के विरोध को लेकर महापौर ने इसे प्रायोजित बताया है. अगर वहां विरोध किया जाना था तो खिलाड़ियों को विरोध करना था. जो खिलाड़ी वहां रोजाना खेलने आते हैं. महापौर ने बताया कि जब खिलाड़ियों को ड्राइंग और डिजाइन दिखाई गई तो वे सभी इस काम से संतुष्ट है.

5 से 6 मीटर छोटा करने की योजना

पहले भी तीन बार सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा किया गया है. लेकिन वहां किसी प्रकार का डेवलपमेंट नहीं हो पाया. नगर निगम ने इस बार मैदान को 5 से 6 मीटर छोटा करने की योजना बनाई है. इस योजना में बूढ़ा तालाब को संवारने के लिए 2 से ढाई करोड़ राशि के खर्च की योजना बनाई गई है.

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