रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते सभी जिलों में लॉकडाउन (lockdown) लगाया गया है. इस लॉकडाउन का असर फिर एक बार सर्राफा बाजार (bullion market) में देखने को मिला है. पिछले 15 दिनों के दौरान छत्तीसगढ़ में 25 करोड़ रुपए से ज्यादा का सर्राफा कारोबार प्रभावित हुआ है. वहीं राजधानी रायपुर की बात की जाए तो यहां करीब 15 करोड़ रुपए का सर्राफा कारोबार प्रभावित हुआ है.
सर्राफा बाजार बंद
राजधानी रायपुर समेत सभी जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी बाजार पूरी तरह से बंद हैं. पिछले साल भी कोरोना और लॉकडाउन की वजह से सर्राफा बाजार को काफी नुकसान सहना पड़ा था. इस बार भी उसी तरह के हालात बनते दिख रहे हैं. सर्राफा व्यापारी भी मानते हैं कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शासन-प्रशासन के पास लॉकडाउन के अलावा कोई दूसरा विकल्प भी नहीं बचा है, जिससे कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके.
प्रदेश में 5 हजार से ज्यादा सर्राफा दुकानें
छत्तीसढ़ में छोटी-बड़ी करीब 5000 सर्राफा दुकानें हैं. अकेले राजधानी रायपुर में सर्राफा की 1000 दुकानें हैं. लॉकडाउन के चलते पिछले 15 दिनों से सर्राफा बाजार पूरी तरह से बंद है. बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है. सर्राफा कारोबारी बताते हैं कि शादियों का सीजन भी शुरू हो गया है, लेकिन लॉकडाउन चलते बाजार बंद हैं. वहीं शादियां भी लोग टाल रहे हैं.
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15 हजार से ज्यादा कर्मचारी-कारीगर कार्यरत
सर्राफा बाजार एक इंडस्ट्री के रूप में काम करता है. पूरे प्रदेशभर की बात की जाए तो सर्राफा दुकान में 12000 हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं. वहीं करीब 2,000 कारीगर भी जुड़े हुए हैं. गोल्ड रिफाइनरी का काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 300 है. वहीं हॉलमार्किंग सेंटर 5 जगहों पर है, जिसमें रायपुर में 3, दुर्ग में 1 और बिलासपुर में 1 हॉलमार्किंग सेंटर है. सभी लॉकडाउन के कारण बंद पड़े हुए हैं.