रायपुर: भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री भूतपूर्व इंदिरा गांधी की आज जयंती है. इस मौके पर कांग्रेस भवन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज प्रदेशवासियों को ’इंदिरा प्रियदर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा' पर्यटन स्थल की सौगात देंगे. सीएम बघेल गुरुवार को अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नेचर सफारी का लोकार्पण करेंगे.
नेचर सफारी रायपुर शहर से 40 किलोमीटर दूर खरोरा-तिल्दा मार्ग पर मोहरेंगा वन क्षेत्र के 555 हेक्टेयर में विकसित किया गया है. यहां पर्यटक 30 से 40 प्रजातियों के पक्षियों और वन्यप्राणियों को साथ-साथ देख सकेंगे. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि ’इंदिरा प्रियदर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा’ के हरे-भरे वनों में साजा, खैर, तेंदू, सेमहा, चार, बेल, धावड़ा, आंवला, बरगद, इमली, महुआ, अर्जुन और बांस प्रजातियों के पेड़ के साथ-साथ औषधीय पौधे भी लगाए गए हैं. साथ ही वन्य प्राणियों के लिए चार तालाब बनाए गए हैं. इसके अलावा नेचर सफारी में चार मंजिला वॉच टावर, पैगोडा, बायोडायवर्सिटी हॉल और भव्य प्रवेश द्वार के साथ पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाएं विकसित की गई हैं. वहीं सफरी में भ्रमण के लिए जिप्सी की व्यवस्था विभाग की ओर से की गई है.
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नया रायपुर का जंगल सफारी
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में एक जंगल बसाया गया है, जिसे जंगल सफारी कहा जाता है. जंगल सफारी एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित सफारी है. यहां तरह-तरह के जीव जन्तुओं को आप करीब से देख सकते हैं. इसके अलावा यहां बोटिंग भी कर सकते हैं. ये जंगल सफारी करीब 800 एकड़ में फैला हुआ है.