रायपुर: छत्तीसगढ़ में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव चल रहा है. शनिवार कार्यक्रम का दूसरा दिन था. इस कार्यक्रम में जहां एक ओर देश-विदेश से आए आदिवासियों ने रंगारंग आकर्षक प्रस्तुतियां देकर अनेकता में एकता दिखाई है. वहीं इस कार्यक्रम में भाजपा और कांग्रेस की सियासी दूरियां भी मिटती नजर आई. कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर नाचते नजर आए.
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यपाल अनुसुइया ऊइके ने कहा कि आदिवासियों की संस्कृति बहुत वैभवशाली रही है. इस राष्ट्रीय महोत्सव में अनेकता में एकता की झलक देखने को मिली है. उन्होंने सीएम भूपेश को कार्यक्रम की बधाईयां भी दी. उन्होंने कहा कि जितने आंनद और उल्लास से आदिवासी समाज जीता है उतना कोई नहीं जीता.
उन्होंने कहा कि आज देश में जंगल बचा है तो उनकी वजह से है. जंगल, पेड़, पशु, पक्षी उनके कुलदेव होते हैं. राज्यपाल अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, केबिनेट मंत्री और अन्य अतिथियो ने थाईलैंड और बेलारूस के नृत्य दलों की प्रस्तुति के दौरान खुद को झूमने से नहीं रोक पाए. कार्यक्रम में मौजूद सभी नेताओं ने जशपुर के कलाकारों साथ मांदर की थाप पर कर्मा नृत्य भी किया.
इन राज्यों के कलाकारों ने किया प्रदर्शन
कार्यक्रम में थाईलैंड, श्रीलंका, मालदीव और बेलारूस के साथ ही बांग्लादेश के दल ने भी दर्शकों को अपने-अपने देश की संस्कृति एवं लोकनृत्य से रु-ब-रू कराया. वहीं देर रात तक त्रिपुरा, सिक्किम, मध्यप्रदेश और राजस्थान के साथ ही छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा, कोंडागांव और जशपुर के दलों ने विभिन्न आदिवासी नृत्य शैलियों का प्रदर्शन किया.
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