रायपुर: तेलीबांधा तालाब की तर्ज पर ही राजधानी रायपुर के 14 अन्य तालाबों का भी सौंदर्यकरण किया जाएगा. जिन तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाना है उसमें तीन नरैया तालाब, कारी आमा तालाब, धोबी तलाब, रामकुंड तालाब, कंकाली तालाब, कटोरा तालाब, राजातालाब, खो-खो तालाब, बंधवा तालाब, प्रहलादवा तालाब और डूमरतराई तालाब का नाम शामिल है.
इन सभी तालाबों को नव निर्मित कर गार्डन, झूले और ओपन जिम भी बनाये जाएंगे. स्मार्ट सिटी के तहत इन सभी तालाबों को गहरा किया जाएगा. इन सभी तालाबों को आकर्षक बनाने के लिए फव्वारे भी लगाए जाएंगे. इसके साथ ही लोगों के घूमने के लिए गार्डन और बच्चों के लिए झूले लगाए जाएंगे. इन 14 तालाबों में से कई तालाब ऐसे हैं जो बस्तियों से लगे हुए हैं. बस्ती में रहने वाले लोगों के लिए भी यह एक नई चीज होगी.
शुरू हुआ गहरीकरण का काम
एक लंबे इंतजार के बाद कारी तालाब का काम शुरू कर दिया गया है. यहां पर तालाब की सफाई और उसे संवारने का काम शुरू हो गया है. तालाब के आस-पास रह रहे लोगों को भी शिफ्ट करवा दिया गया है. साथ ही तालाब के गहरीकरण का काम भी शुरू हो गया है.
बाद में शुरू होगा अन्य तालाबों पर काम
कारी तालाब का काम खत्म होने के साथ ही कई अन्य तालाबों पर काम शुरू किया जाएगा. स्मार्ट सिटी मैनेजर प्रमोद भास्कर ने बताया कि हमारी कोशिश है कि सभी के सौंदर्यीकरण का काम जल्द से जल्द शुरू हो. इन सभी तालाबों को भी तेलीबांधा तालाब के तर्ज पर ही होगा.
क्या कहते हैं इतिहासकार
इतिहासकार रामेन्द्र मिश्र ने कहा कि यह कदम अच्छा है लेकिन जो पुराने तालाब उपेक्षित हो रहे हैं उन पर भी काम करने की जरूरत है. कई ऐसे तालाब हैं जिन्हें पाट दिया गया है. कई ऐसे हैं तालाब हैं जिनके नाम से पूरी बस्ती बसा दी गई है लेकिन उनका अस्तित्व अब नहीं है.
लोगों में खुशी
वहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि उनके लिए बहुत अच्छी बात है. अब जो सुविधाएं हैं वो अच्छी होंगी. घर के पास गार्डन होगा तो यह भी और भी अच्छा है.