रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने सेवाग्राम के लिए करीब 76 एकड़ जमीन का चयन नवा रायपुर में किया है. सेवाग्राम के अंदर पूरा निर्माण मिट्टी और चूना जैसी प्राकृतिक चीजों से किया जाएगा. इसमें प्रदेश की परंपरागत ग्रामीण परिवेश की झलक दिखेगी. यहां तक की सड़कें भी पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश के अनुरूप ही बनाई जाएगी. सेवाग्राम के अंदर 1.5 एकड़ के रकबे में दो नहर भी बनेगी. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार का दावा है कि इसके माध्यम से नई पीढ़ी को गांधीवादी विचारधारा से जोड़कर युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक दिशा में उपयोग किया जा सकता है.
यह केंद्र देशभर के युवाओं को गांधी दर्शन से परिचित कराने का माध्यम बनेगा. यहां युवाओं को सामूहिक गतिविधि और कार्यों को विशेष रूप से जोड़ा जाएगा. जिससे युवा समाज और देश निर्माण में भागीदारी के साथ-साथ स्वच्छता, ग्राम सभा और रोजगारपरक शिक्षा में भागीदारी निभा सकें.
प्राकृतिक वस्तुओं का उपयोग कर सेवाग्राम का निर्माण
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप सेवाग्राम का निर्माण कर रही है. सेवाग्राम के निर्माण में मिट्टी, चूना, पत्थर जैसी प्राकृतिक वस्तुओं का उपयोग करते हुए किया जाएगा. यहां गांधीवादी सिद्धांतों, ग्रामीण कला और शिल्प के केंद्र भी विकसित किए जाएंगे. अतिथि विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा. छत्तीसगढ़ की लोक-कलाओं को प्रोत्साहित करने के साथ ही वृद्धाश्रम और गरीब तबके व अनाथों के लिए स्कूल भी स्थापित किए जाएंगे. बुजुर्गों को दूसरा घर देकर और वैचारिक आदान-प्रदान की सुविधा होगी. विजिटर सेंटर और गांधी के सिद्धांतों को स्मरण करने का केंद्र होगा.
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सेवाग्राम में छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति बिखरेगी
महाराष्ट्र के वर्धा की तर्ज पर बनने वाले इस सेवाग्राम में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति भी पूरी तरह से दिखाई देगी. सेवाग्राम को बस्तर, रायगढ़ और अन्य जिलों के बेल मेटल, टेराकोटा, पत्थर, कपड़े और बांस का उपयोग करके विभिन्न कलात्मक वस्तुओं से सजाया जाएगा. यहां आने वाले लोग स्थानीय कला और शिल्प के साथ ही छत्तीसगढ़ के व्यंजनों को बारे में भी जान सकेंगे.
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सेवाग्राम में छत्तीसगढ़ी कला को मिलेगा मंच
महात्मा गांधी के सपनों के सेवाग्राम में लोग अपनी जानकारियों और अनुभव को साझा कर सकेंगे. यहां एक ओपन थिएटर भी होगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इससे छत्तीसगढ़ की कला को मंच मिलेगा. पर्यटन के अवसर को भी बढ़ावा मिलेगा.
युवाओं को गांधी के विचारों से जोड़ा जाएगा
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसा, प्रेम, सद्भावना और ग्राम सुराज की कल्पना को लोगों तक पहुंचाने के लिए वर्धा में एक आश्रम तैयार किया गया था. उसी तर्ज पर नवा रायपुर में भी सेवाग्राम आश्रम बनाया जा रहा है. यहां युवाओं को गांधी जी के विचारों को जानने का अवसर मिलेगा. गांधीजी की सबसे बड़ी बात 'आत्मनिर्भरता' की भी जानकारी सेवाग्राम में मिलेगी. यह एक ट्रेनिंग कैंप भी बनेगा. इसे पूरी तरह से प्राकृतिक तौर पर निर्माण किया जाएगा.