रायपुर: माहवारी दिवस के मौके पर महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राजधानी में एक दिन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान महिलाओं को इस विषय पर खुल कर चर्चा करने और शरीर का खास ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया गया.
समाज में जागरूकता लाने का उद्देश्य
मासिक धर्म महिलाओं के शरीर में हर महीने होने वाली सामान्य प्रक्रिया है. यह कोई बीमारी नहीं बल्कि एक स्वस्थ महिला की निशानी है. लेकिन इसके बावजूद भी आज हमारे समाज में मासिक धर्म पर खुलकर बात करने में लोग कतराते हैं. इसी कड़ी में समाज में जागरूकता लाने के लिए महावारी दिवस के दिन एक कार्यक्रम आयोजित किया गया.
डॉक्यूमेंट्री फिल्म द्वारा जागरूक करने की कोशिश
महिलाओं को इस पर खुलकर बहस और चर्चा करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में डॉक्यूमेंट्री फिल्म द्वारा बताया गया कि माहवारी के दौरान रक्त कभी अशुद्ध नहीं होता. इस दौरान लड़कियों को हर चीज से अलग कर दिया जाना गलत है. माहवारी के समय शरीर से काफी ब्लड लॉस होता है.
सफाई पर विशेश ध्यान
डॉक्यूमेंट्री में बताया गया कि पहले जो नियम बनाए गए थे उनका उद्देश्य इस दौरान लड़कियों को आराम देना था. धीरे-धीरे इन धारणाओं को गलत रूप में दिया जाने लगा. इस दौरान एक औरत हर वो काम कर सकती है जो वो आम दिनों में करती है. माहवारी के दौरान उन्हें सफाई का विशेष ध्यान रखना होता है.