रायपुर: छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन अपनी 1 सूत्री वेतन विसंगति की सुधार को लेकर 5 सितंबर को रायपुर में प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री निवास का भी घेराव किया जाएगा. छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि 1 जुलाई 2018 से सहायक शिक्षकों का संविलियन हो गया है, लेकिन वेतन विसंगति को सरकार ने अब तक दूर नहीं किया है. चुनाव पूर्व वर्तमान सरकार के द्वारा कहा गया था कि संविलियन से वर्ग 1 और 2 को लाभ मिला है लेकिन वर्ग 3 के साथ धोखा हुआ है. इसको कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था और कहा था कि सरकार बनने के बाद सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर की जाएगी.
सहायक शिक्षकों की संख्या 1 लाख 9 हजार
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि सरकार को बने लगभग 3 साल होने को है लेकिन अब तक सरकार ने सहायक शिक्षक की वेतन विसंगति को दूर नहीं किया गया है. जिसको लेकर सहायक शिक्षकों में आक्रोश और नाराजगी देखने को मिली. पूरे प्रदेश में सहायक शिक्षकों की संख्या 1 लाख 9 हजार है. जिसे आज तक समान काम के बदले समान वेतन नहीं दिया जा रहा है. सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि वर्ग 1 और 2 के बीच वेतन का अंतर 2 से 3 हजार रुपए के आसपास है लेकिन वर्ग 2 और 3 के बीच वेतन का अंतर लगभग 12 से 15 हजार रुपए का है. ऐसे में इनकी एक ही मांग है कि इनकी वेतन विसंगति को दूर किया जाए.
20 मार्च 2021 को धरना भी दिया था धरना
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक का वेतन वेतन विसंगति की मांग को लेकर राजधानी में 12 मार्च 2021 को एक दिवसीय धरना भी दिए थे. जिसमें कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे और शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह के काम के द्वारा सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को जायज ठहराते हुए 15 दिनों के दौरान ठोस निर्णय लेने की बात कही गई थी. लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी वेतन विसंगति को लेकर किसी तरह का कोई सकारात्मक जवाब सरकार की तरफ से नहीं आया. जिसको लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन में आक्रोश और नाराजगी देखने को मिल रही. अब प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.
रायपुर में वेतन विसंगति सुधार को लेकर सहायक शिक्षक फेडरेशन 5 सितंबर को करेगा प्रदर्शन - Chhattisgarh Assistant Teacher Federation
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन अपनी 1 सूत्री वेतन विसंगति की सुधार को लेकर 5 सितंबर को रायपुर में प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री निवास का भी घेराव किया जाएगा.
रायपुर: छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन अपनी 1 सूत्री वेतन विसंगति की सुधार को लेकर 5 सितंबर को रायपुर में प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री निवास का भी घेराव किया जाएगा. छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि 1 जुलाई 2018 से सहायक शिक्षकों का संविलियन हो गया है, लेकिन वेतन विसंगति को सरकार ने अब तक दूर नहीं किया है. चुनाव पूर्व वर्तमान सरकार के द्वारा कहा गया था कि संविलियन से वर्ग 1 और 2 को लाभ मिला है लेकिन वर्ग 3 के साथ धोखा हुआ है. इसको कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था और कहा था कि सरकार बनने के बाद सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर की जाएगी.
सहायक शिक्षकों की संख्या 1 लाख 9 हजार
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि सरकार को बने लगभग 3 साल होने को है लेकिन अब तक सरकार ने सहायक शिक्षक की वेतन विसंगति को दूर नहीं किया गया है. जिसको लेकर सहायक शिक्षकों में आक्रोश और नाराजगी देखने को मिली. पूरे प्रदेश में सहायक शिक्षकों की संख्या 1 लाख 9 हजार है. जिसे आज तक समान काम के बदले समान वेतन नहीं दिया जा रहा है. सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि वर्ग 1 और 2 के बीच वेतन का अंतर 2 से 3 हजार रुपए के आसपास है लेकिन वर्ग 2 और 3 के बीच वेतन का अंतर लगभग 12 से 15 हजार रुपए का है. ऐसे में इनकी एक ही मांग है कि इनकी वेतन विसंगति को दूर किया जाए.
20 मार्च 2021 को धरना भी दिया था धरना
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक का वेतन वेतन विसंगति की मांग को लेकर राजधानी में 12 मार्च 2021 को एक दिवसीय धरना भी दिए थे. जिसमें कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे और शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह के काम के द्वारा सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को जायज ठहराते हुए 15 दिनों के दौरान ठोस निर्णय लेने की बात कही गई थी. लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी वेतन विसंगति को लेकर किसी तरह का कोई सकारात्मक जवाब सरकार की तरफ से नहीं आया. जिसको लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन में आक्रोश और नाराजगी देखने को मिल रही. अब प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.