रायपुर : राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन के बाद विदेशी मेहमानों का अपने देश लौटने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है.इस दौरान कुछ कलाकार ऐसे भी थे जिनको छत्तीसगढ़ से खास लगाव हो गया. वापसी के वक्त रायपुर एयरपोर्ट पर कलाकारों की भावनाएं आंखों से आंसू बनकर निकल पड़ी. कलाकारों ने ये बता दिया कि छत्तीसगढ़ की माटी में उन्हें कितना प्यार मिला है. कितना सम्मान मिला है और यहां की जनता ने उन्हें अपने दिलों में किस तरह से बसाया है. ये सिलसिला सिर्फ यहीं नहीं रुकने वाला है. छत्तीसगढ़ की संस्कृति और मेहमाननवाजी से वो कलाकार भी अभिभूत हुए हैं जिनके लिए भाषा समस्या थी लेकिन भावनाओँ ने उन्हें छत्तीसगढ़ का सदा के लिए बना दिया. रायपुर से वापसी के दौरान अफ्रीकन कलाकार रोने लगे. उनकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए. उन्होंने महिला सुरक्षा कर्मियों को गले लगाना शुरू कर दिया. सभी अफ्रीकन कलाकार खुशी में रो रहे थे. सीएम कार्यालय ने इन कालाकारों की विदाई की तस्वीरें ट्वीट की हैं.
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जिन भावनाओं को बयां करना मुश्किल हो वो अंततः आँसू बनकर आँखों से टपक पड़ते हैं।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) November 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आए विदेशी कलाकारों को छत्तीसगढ़ ने इतना प्यार दिया और यहाँ कि परंपराओं और संस्कृति ने इतना अभिभूत किया कि वह विदा के वक्त अपने आँसू न रोक सके।#NTDF2022 pic.twitter.com/RyyCFnfhn7
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— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) November 4, 2022
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आए विदेशी कलाकारों को छत्तीसगढ़ ने इतना प्यार दिया और यहाँ कि परंपराओं और संस्कृति ने इतना अभिभूत किया कि वह विदा के वक्त अपने आँसू न रोक सके।#NTDF2022 pic.twitter.com/RyyCFnfhn7जिन भावनाओं को बयां करना मुश्किल हो वो अंततः आँसू बनकर आँखों से टपक पड़ते हैं।
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राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आए विदेशी कलाकारों को छत्तीसगढ़ ने इतना प्यार दिया और यहाँ कि परंपराओं और संस्कृति ने इतना अभिभूत किया कि वह विदा के वक्त अपने आँसू न रोक सके।#NTDF2022 pic.twitter.com/RyyCFnfhn7
मंगोलियन देश के नर्तक दल के 10 प्रतिभागी 'रायपुर बाय रायपुर बाय' और अपने टूटी फूटी जुबान में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया' कहते हुए एयरपोर्ट से विदा हुए. उन्होंने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में मंगोलियन डांस ,जोरून जोरून, प्रस्तुत किया था. समूह के मुखिया इनखबोल्ड ने कहा छत्तीसगढ़ आना उनका अच्छा अनुभव रहा। मौका मिला तो दोबारा आएंगे. उन्हें पहली बार रायपुर आने का मौका मिला था वे हमेशा याद रखेंगे.Artists start returning from dance festival
कलाकारों ने छत्तीसगढ़ के इंतजाम को सराहा : राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ आए इंडोनेशिया के लोक कलाकार समूह ने हाथ जोड़कर किया छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाज़ी का शुक्रिया किया.महोत्सव में शामिल हुए इंडोनेशिया के 10 प्रतिभागी विवेकानंद विमानतल से अपने देश के लिए रवाना हुए. टीम की सदस्य राबिया आदिन ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ आकर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को भरपूर एंजॉय किया और यहां लोगों से मिलने का भी मौका मिला. इस महोत्सव में हमें अपने देश के आदिवासी संस्कृति को एक प्रतिष्ठित मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर मिला. इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया और जय जोहार कहकर विदाई ली. सभी सदस्यों ने एक सुर में लव यू छत्तीसगढ़ कहा और हाथ उठाकर अपनी भाषा में भी उपस्थित लोगों का अभिवादन किया.
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छत्तीसगढ़ के खानपान की तारीफ : मिजोरम के 12 और त्रिपुरा राज्य के 15 प्रतिभागी रायपुर विवेकानंद एयरपोर्ट से लौटते हुए दल के सदस्य देवाशीष कहा कि "यहां चीला और फरा खाने का मौका मिला अब बढ़ सुघ्घर लगा". उन्होंने इस आयोजन के लिए राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए रायपुर बाय-बाय और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहते हुए विदा हुए.National Tribal Dance Festival 2022