रायपुर: 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा है. राम मंदिर के निर्माण को लेकर राजधानी रायपुर के लोगों में भी भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों पर विभिन्न संगठनों ने राम मंदिर निर्माण की शुभकामनाओं के साथ बैनर, पोस्टर और झंडे लगाए हैं और लोगों से घरों में दीप जलाने की अपील की है.
एक ओर जहां बैनर-पोस्टरों में शुभकामना संदेश है, तो वहीं दूसरी ओर मंदिर निर्माण को लेकर श्रेय लेने की होड़ भी लगी हुई है. रायपुर पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय द्वारा लगाए गए पोस्टर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो लगाई गई है. इसके साथ ही राम मंदिर निर्माण का प्रथम शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा 1986 में किए जाने की बात लिखी गई है. इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपने के साकार होने की बात भी लिखी गई है.
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नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया था
5 अगस्त 2020 की तारीख इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज हो जाएगी. यह दिन हर राम भक्त के लिए खास होगा. राम मंदिर आंदोलन में धर्मनगरी हरिद्वार की अहम भूमिका रही है. मां गंगा के दर से ही राम मंदिर निर्माण की पहली अलख जगी थी, जिसने समूचे देश में राम मंदिर बनाने का बिगुल फूंक दिया था. राम मंदिर के राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन ने इसमें अहम भूमिका अदा की थी, जिसे भुलाया नहीं जा सकता. पांच सदी पुराने विवाद का हल पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हुआ. जिससे लोगों की जनभावनाएं जुड़ी हुई हैं.
राम मंदिर के निर्माण को लेकर किया गया था आंदोलन
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि टाइटल सूट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 40 दिनों की लगातार सुनवाई के बाद अंतिम फैसला सुनाया. राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है, क्योंकि लंबी लड़ाई लड़ने के बाद भगवान श्री राम एक बार फिर अपने वनवास को काटकर अयोध्या में टेंट से भव्य मंदिर में विराजमान हो रहे हैं. राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों द्वारा बड़े स्तर पर आंदोलन किए गए थे.