बिलासपुर : एक ओर जहां झीरम हमले में दिवंगत नेताओं को श्रध्दांजलि दी जा रही है. वहीं दूसरी ओर जूनियर जोगी ने श्रध्दांजलि को सोशल मीडिया में शेयर की जा रही सिर्फ तस्वीर मात्र बताया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ सोशल मीडिया पर अपनी जिम्मेदारियों की इतिश्री कर रही है.
दरअसल 25 मई 2013 वो दिन था जब कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेताओं को खो दिया था. इस घटना में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत 31 लोगों को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया था.
मीडिया से बातचीत के दौरान अमित जोगी ने कहा कि, राज्य सरकार सोशल मीडिया में श्रद्धांजलि ट्वीट और फोटो शेयर कर अपनी जिम्मेदारियों की इतिश्री कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि इस मामले में गठित एसआईटी जांच दल की बीते 4 महीने से कोई बैठक ही नहीं हुई है.
अमित जोगी ने सवाल करते हुए कहा कि आखिरकार यह कैसे हुआ, जब छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस लोकसभा चुनाव में लड़ी ही नहीं, तो भी कांग्रेस का प्रदर्शन इतना खराब रहा. इससे यह साबित हो जाता है कि असल में कांग्रेसी बीजेपी की बी टीम है.