रायपुर: मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह करने वाले हरदेव सिन्हा की मौत हो गई है. जिसके बाद छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है. विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेर रहा है. इस बीच जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी का बयान सामने आया है. अमित ने कहा है कि वह हरदेव की दोनों बेटियों की परवरिश करेंगे.
अमित जोगी ने कहा कि, 'आज मैं हरदेव सिन्हा की दो नन्ही-नन्ही बेटियों से कहता हूं, तुम्हारे पापा की कमी अब अमित पूरी करेगा. ईश्वर मुझे इस वचन को पूरा करने की शक्ति प्रदान करें.'
अमित जोगी ने बताया कि बेरोजगार युवक हरदेव दर-दर भटकता रहा. सरकार भूल रही है कि भूख और बेबसी से क्रांति जन्म लेती है, मानसिक रोगी नहीं. अमित ने बताया कि जब वह हरदेव से मिलने अस्पताल गए थे, तो डॉक्टर ने बताया कि जलने की वजह से हरदेव का पाचन तंत्र पूरी तरह से नष्ट हो चुका था. इस वजह से इंजेक्शन के जरिए हरदेव के शरीर में लिक्विड रूप में खाने की पूर्ति की जा रही थी. अस्पताल में अमित जोगी हरदेव के पिता से भी मिले थे. उन्होंने बताया कि हरदेव के पिता ने रोते हुए कहा थी उन्हें उनका बेटा लौटा दो.
चार साल पहले हुई घटना को याद कर भावुक हुए अमित
चार साल पहले भी सीएम हाउस के सामने योगेश साहू नाम के युवक ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. योगेश की दो बहने हैं. अमित जोगी ने इस बात को याद करते हुए बताया कि उस वक्त उन्होंने योगेश की दोनों बहनों से कहा था कि अब योगेश की जगह अमित ने ले ली है. अमित ने कहा कि उन्होंने बहन-भाई के इस रिश्ते को बड़ी ईमानदारी और निष्ठा से निभाया है और इसी तरह अब वे हरदेव की दो बेटियों की परवरिश करेंगे.
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बता दें कि सीएम हाउस के बाहर धमतरी के रहने वाले हरदेव ने खुद को आग लगा ली थी. हरदेव सीएम से मिलने पहुंचा था. मुख्यमंत्री से मुलाकात न होने पर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया था. आनन-फानन में परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने युवक पर कपड़ा और पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की थी, लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता, युवक बुरी तरह झुलस गया था. हरदेव को इलाज के लिए अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से प्राथमिक उपचपार के बाद उसे एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था.