रायपुर: नौकरी, नियमितीकरण और बेरोजगारी भत्ते की मांग को लेकर जेसीसी(जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी दूसरे दिन भी उपवास पर रहे. इस दौरान 42 संगठनों ने उन्हें अपना समर्थन दिया. ईटीवी भारत से बातचीत में अमित जोगी ने कहा कि अभी तक 2 दिन हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार की ओर से सकारात्मक पहल की खबर नहीं आई है, इसलिए हमारा उपवास जारी है.
इस दौरान अमित जोगी ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार और कर्मचारी संगठनों का समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है. छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ है कि सभी एक मंच पर आ गए हैं. हमारी अनेकता में एकता चरितार्थ हुई है. यह मेरे लिए निजी तौर पर बहुत खुशी की बात है. सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में वादा किया था कि बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी और कर्मचारियों का नियमितीकरण होगा. कांग्रेस के शीर्ष नेता भी यहां पहुंचे थे. गंगाजल की कसम खाई थी, लेकिन अब समय बीत जाने के बाद भी सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. कभी कहते हैं कि वित्तीय संकट है, तो कभी कोरोना का बहाना बनाते हैं.
पूर्व विधायक होने के नाते मेरी अंतरात्मा गवाही नहीं देती कि मैं पेंशन लूं: जोगी
जोगी ने कहा कि सरकार शराब की होम डिलीवरी कर रही है. शराब की बिक्री जारी है. निगम मंडलों में नियुक्तियां की जा रही है, लेकिन बेरोजगारों को रोजगार क्यों नहीं दिया जा रहा, कर्मचारियों का नियमितीकरण क्यों नहीं हो सकता, इन 2 दिनों में कई बातें हुई हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना जन्मदिन मना लिया. कैबिनेट की बैठक हुई है. जब एक तरफ कोरोना और बेरोजगारी अपने चरम पर है, तब यह निर्णय ले लिया गया. विधायकों का वेतन और पेंशन बढ़ा दिया जाएगा. एक पूर्व विधायक होने के नाते मेरी अंतरात्मा गवाही नहीं देती कि मैं पेंशन लूं.
मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा: जोगी
जोगी ने कहा कि जब तक लोगों को नौकरी नहीं मिल जाती, कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हो जाता, मैं पेंशन नहीं लूंगा. जब मैं विधायक था उस दौरान विधानसभा में वेतन वृद्धि विधेयक लाया गया. उस समय प्रदेशभर में भीषण अकाल पड़ा था, तब सरकार ने निर्णय लिया था कि हम विधायकों का वेतन बढ़ा देंगे, लेकिन उस दौरान भी मैं एकलौता विधायक था और उसे लेने से मना कर दिया था. जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.