रायपुर : छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जेके प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने नारायणपुर में धर्मांतरण के नाम पर हुए सांप्रदायिक हिंसा को लेकर पूर्व मंत्री पर आरोप लगाए. अमित जोगी ने कहा कि नारायणपुर की घटना को लेकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने 17 तक सदस्य जांच टीम का गठन किया था. हमारी टीम ने नारायणपुर पहुंचकर पीड़ितों और प्रशासनिक अफसरों से मुलाकात की. सभी का बयान लिया गया. जिसमें पता चला कि नारायणपुर की घटना आकस्मिक नहीं बल्कि सुनियोजित है. राजनीतिक लाभ लेने के लिए प्लानिंग के तहत घटनाएं की गई है. इसका मास्टरमाइंड आरएसएस और बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप हैं.
सरकार ने आंखें की बंद : अमित जोगी ने आरएसएस और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की साजिश 3 महीने पहले ही शुरू कर दी गई थी. बावजूद सरकार खामोशी का लबादा ओढ़ रखी थी. उन्होंने भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ''इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी सरकार अंधी बनकर बैठी हुई है. जांच टीम ने जब नारायणपुर के कलेक्टर से सवाल-जवाब किया तो उनका जवाब हास्यास्पद था. कलेक्टर कहते हैं कि उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी नहीं है. अभी कुछ ही समय पहले नारायणपुर कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाला हूं.''
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राज्यपाल को सौंपेंगे रिपोर्ट : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि '' एक ओर भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए इतने बड़े घटना को अंजाम दिया है. वहीं दूसरी ओर भूपेश सरकार आंख मूंदी हुई है. हमारी टीम ने पीड़ितों से बातचीत कर एक रिपोर्ट तैयार की है. उस रिपोर्ट को राज्यपाल को सौंपा जाएगा. इसके लिए हमने राज्यपाल महोदया से समय भी मांगा है. हम मांग करेंगे कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और दोबारा इस तरह की पुनरावृत्ति ना दोहराई जाए.'' इस मौके पर विधायक रेणु जोगी, युवा विंग के अध्यक्ष प्रदीप साहू समेत जांच दल के पदाधिकारी उपस्थित रहे.