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Raipur Dudhadhari Math: रायपुर राम मंदिर में राम रावण युद्ध का अद्भुत शिल्पांकन - Raipur Dudhadhari Math

राजधानी रायपुर ऐतिहासिक नगरी और धार्मिक महत्व रखती है. यहां सन1554 में राम मंदिर का निर्माण मराठा शासन काल में रघुराव भोसले ने करवाया था. जिसके बारे में पुरातत्वविद और इतिहासकार डॉक्टर हेमु यदु ने कई रोचक जानकारी बताई हैं.

Raipur Dudhadhari Math
रायपुर में राम मंदिर
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Published : Sep 12, 2022, 6:43 PM IST

Updated : Sep 12, 2022, 7:09 PM IST

रायपुर: राजधानी रायपुर प्राचीन और ऐतिहासिक नगरी के साथ ही धार्मिक महत्व भी रखती हैं. रायपुर में दूधाधारी मठ और मंदिर दोनों हैं. यहां पर भगवान राम का मंदिर है. जिसमें भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण विराजमान हैं. इस मंदिर के परकोटे (बाहरी दीवारों) में राम रावण युद्ध का अनुपम और अद्भुत शिल्पांकन शिल्पकारों ने किया है. अद्भुत शिल्पांकन से मंदिर की सुंदरता और भी बढ़ गई है.

रायपुर राम मंदिर में राम रावण युद्ध का अद्भुत शिल्पांकन

गौरतलब है कि सन 1554 में राम मंदिर का निर्माण मराठा शासन काल में रघुराव भोसले ने करवाया था. यह देश के ऐतिहासिक और प्राचीन धरोहरों में से एक है. मंदिर की बाहरी दीवारों पर राम रावण युद्ध का अनुपम शिल्पांकन किया गया है. जिसमें भगवान राम और रावण के युद्ध का चित्रण है.

यह भी पढ़ें: सरगुजा से शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का रिश्ता, राजपरिवार के बुलावे पर हुआ था आगमन

महंत के नाम पर क्यों पड़ा दूधाधारी मठ: पुरातत्वविद और इतिहासकार डॉक्टर हेमु यदु बताते हैं कि "मराठा शासन काल में रघु राव भोसले सन् 1554 में इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था. दूधाधारी मठ के महंत बलभद्र जी थे. महंत बलभद्र जी के बारे में ऐसी किवदंती है कि महंत केवल दूध का आहार लेते थे. इस वजह से इस मठ का नाम दूधाधारी मठ पड़ा.

लगभग 500 साल पुराने इस राम मंदिर में मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर राम रावण युद्ध का अनुपम और अद्भुत शिल्पांकन देखने को मिलता है. जिस पर हर किसी की नजर नहीं पड़ती. मुख्य मंदिर की दीवारों पर राम रावण युद्ध की तैयारी सीता हरण के साथ ही कई अन्य दृश्यों का शिल्पांकन किया गया है."

राम रावण युद्ध का अनुपम और अद्भुत शिल्पांकन: इतिहासकार डॉक्टर हेमु यदु ने बताया कि "दूधाधारी मठ के इस राम मंदिर की तीनों ओर की बाहरी दीवारों पर राम रावण युद्ध का अनुपम चित्रांकन शिल्पकार ने किया है, जिसमें राम रावण युद्ध की तैयारी के साथ ही अनेक दृश्यों का सुंदर और मनोरम चित्रण प्रस्तुत किया गया है. यह आकर्षक और मनमोहक है. इस अनुपम चित्रण में राम लक्ष्मण सीता की मूर्ति स्थापित है.

इस शिल्पकारी में और क्या है जानिए

  • हनुमान माता सीता को गदा भेंट कर रहे हैं
  • हनुमान माता सीता को हाथ जोड़कर प्रणाम कर रहे हैं
  • हनुमान जी के लंका में अशोक वाटिका में फल तोड़ने का दृश्य
  • राम और लक्ष्मण रावण की सेना राक्षसों पर बाण से प्रहार करने का दृश्य है
  • राम लक्ष्मण से हनुमान सुग्रीव अंगद को भेंट कराने का दृश्य
  • विष्णु जी का वाहन गरुड़ की पूजा करने का दृश्य
  • हनुमान जी गदा धारण करते हुए युद्ध के लिए तैयार घुड़सवार हाथी
  • अन्य वाहन में सवार योद्धा का दृश्य युद्ध में रथ के पहिए से प्रहार करने का दृश्य
  • सीता वाटिका को नष्ट करने का दृश्य

रायपुर: राजधानी रायपुर प्राचीन और ऐतिहासिक नगरी के साथ ही धार्मिक महत्व भी रखती हैं. रायपुर में दूधाधारी मठ और मंदिर दोनों हैं. यहां पर भगवान राम का मंदिर है. जिसमें भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण विराजमान हैं. इस मंदिर के परकोटे (बाहरी दीवारों) में राम रावण युद्ध का अनुपम और अद्भुत शिल्पांकन शिल्पकारों ने किया है. अद्भुत शिल्पांकन से मंदिर की सुंदरता और भी बढ़ गई है.

रायपुर राम मंदिर में राम रावण युद्ध का अद्भुत शिल्पांकन

गौरतलब है कि सन 1554 में राम मंदिर का निर्माण मराठा शासन काल में रघुराव भोसले ने करवाया था. यह देश के ऐतिहासिक और प्राचीन धरोहरों में से एक है. मंदिर की बाहरी दीवारों पर राम रावण युद्ध का अनुपम शिल्पांकन किया गया है. जिसमें भगवान राम और रावण के युद्ध का चित्रण है.

यह भी पढ़ें: सरगुजा से शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का रिश्ता, राजपरिवार के बुलावे पर हुआ था आगमन

महंत के नाम पर क्यों पड़ा दूधाधारी मठ: पुरातत्वविद और इतिहासकार डॉक्टर हेमु यदु बताते हैं कि "मराठा शासन काल में रघु राव भोसले सन् 1554 में इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था. दूधाधारी मठ के महंत बलभद्र जी थे. महंत बलभद्र जी के बारे में ऐसी किवदंती है कि महंत केवल दूध का आहार लेते थे. इस वजह से इस मठ का नाम दूधाधारी मठ पड़ा.

लगभग 500 साल पुराने इस राम मंदिर में मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर राम रावण युद्ध का अनुपम और अद्भुत शिल्पांकन देखने को मिलता है. जिस पर हर किसी की नजर नहीं पड़ती. मुख्य मंदिर की दीवारों पर राम रावण युद्ध की तैयारी सीता हरण के साथ ही कई अन्य दृश्यों का शिल्पांकन किया गया है."

राम रावण युद्ध का अनुपम और अद्भुत शिल्पांकन: इतिहासकार डॉक्टर हेमु यदु ने बताया कि "दूधाधारी मठ के इस राम मंदिर की तीनों ओर की बाहरी दीवारों पर राम रावण युद्ध का अनुपम चित्रांकन शिल्पकार ने किया है, जिसमें राम रावण युद्ध की तैयारी के साथ ही अनेक दृश्यों का सुंदर और मनोरम चित्रण प्रस्तुत किया गया है. यह आकर्षक और मनमोहक है. इस अनुपम चित्रण में राम लक्ष्मण सीता की मूर्ति स्थापित है.

इस शिल्पकारी में और क्या है जानिए

  • हनुमान माता सीता को गदा भेंट कर रहे हैं
  • हनुमान माता सीता को हाथ जोड़कर प्रणाम कर रहे हैं
  • हनुमान जी के लंका में अशोक वाटिका में फल तोड़ने का दृश्य
  • राम और लक्ष्मण रावण की सेना राक्षसों पर बाण से प्रहार करने का दृश्य है
  • राम लक्ष्मण से हनुमान सुग्रीव अंगद को भेंट कराने का दृश्य
  • विष्णु जी का वाहन गरुड़ की पूजा करने का दृश्य
  • हनुमान जी गदा धारण करते हुए युद्ध के लिए तैयार घुड़सवार हाथी
  • अन्य वाहन में सवार योद्धा का दृश्य युद्ध में रथ के पहिए से प्रहार करने का दृश्य
  • सीता वाटिका को नष्ट करने का दृश्य
Last Updated : Sep 12, 2022, 7:09 PM IST
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