रायपुर: विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे और अंतिम दिन पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस देखने को मिली. सत्र महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उनके विचारों और जीवन दर्शन पर चर्चा के लिए बुलाया गया था लेकिन गोडसे पर सदन जमकर गरम हुआ.
अजय चंद्राकर के 'गोडसे जी' कहने पर सीएम ने कहा कि गांधी को मानते हैं, तो गोडसे जी कैसे हो सकते हैं. चंद्राकर ने कहा कि मृतक के प्रति सम्मान जताना हमारा संस्कार है.
अजय चंद्राकर ने क्या कहा
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि, 'मुख्य विषय गांधी जी का है, माननीय मुख्यमंत्री जी ने अपने भाषण में कहा कि गोडसे जी की निंदा की जानी चाहिए, मुर्दाबाद के नारे लगने चाहिए. यदि गोडसे की विचारधारा उनको जाननी है और उनको गोडसे से प्यार है, तो पहले ये स्पष्ट करें मुख्यमंत्री जी कि ये सत्र महात्मा गांधी जी के लिए है या गोडसे जी के लिए.'
अजय चंद्राकर ने कहा कि, 'अगर बार-बार गोडसे जी का विषय मुख्यमंत्री के मन में आता है, तो उनके नाम पर भी एक दिन का सत्र करा लें, हम चर्चा कर लेंगे. महात्मा गांधी की हत्या हुई थी उसपर चर्चा कर लेंगे. इसके अलावा जिसके विषय में वो चर्चा चाहते हैं हम चर्चा कर लेंगे.'
CM ने ट्वीटर के जरिए कसा तंज
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अगर गांधी को मानते हैं तो गोडसे जी कैसे हो सकता है. बघेल ने बिना किसी बीजेपी नेता का नाम लिए ट्वीटर के जरिए तीखा तंज कसा है. उन्होंने लिखा है कि, 'छल, कपट, कायरता जिनके मन में हो वो सामने आ ही जाती है. छलपूर्वक, कायरता से बापू के सीने में गोली मारने वाले गोडसे को आज उन्होंने फिर 'गोडसे जी' कहकर बापू की आत्मा पर पुनः प्रहार किया है. कल जो गाँधी जी के सिद्धांतों पर चलने का ढोंग कर रहे थे, आज उनका नकाब उतर गया. हे राम!'