रायपुर: राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव (National Tribal Dance Festival) के दूसरे दिन कृषि मंत्री रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey) भी कार्यक्रम में पहुंचे. उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जबसे हुकूमत संभाले हैं. हर जगह नया काम हो रहा है. सब लोग पहले सोचते थे कि छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, खानपान और रहन-सहन को भूल न जाएं. लेकिन सौभाग्य देखो छत्तीसगढ़ के संस्कृति को जिंदा करने का किसी को श्रेय जाता है तो वह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जाता है.
लोकनृत्य की प्रशंसा
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि पिछले साल कोरोना था, उसके पहले आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया था. इस साल भी राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव किया गया. इस मंच पर पूरा हिंदुस्तान के आदिवासी कल्चर को देखने को मिलता है. यह महसूस होता है कि एक आदिवासी भाई प्रकृति के साथ कैसे जुड़े हैं. प्रकृति के साथ हम सब जुड़े रहते हैं लेकिन ये लोग प्रकृति के अभिन्न हिस्सा बनकर नृत्य करते हैं.
उन्होंने कहा कि आज हम लोगों ने एक करमा नृत्य से लेकर युगांडा तक के नृत्य को देखा है. छत्तीसगढ़ में जैसे बैठकर फुगड़ी करते हैं. वैसे युगांडा वाले खड़े होकर नृत्य कर रहे थे. उसमें कोई अंतर नहीं है.
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने इस नृत्य महोत्सव की तारीफ की. उन्होंने इसे संस्कृति को बढ़ावा देने वाला बताया. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत मंत्री जयसिंह अग्रवाल सांसद छाया वर्मा सांसद फूलों देवी नेताम सहित कई नेता मंच पर जमकर थिरके.