रायपुर: रायपुर में पिछले 5 दिनों से नाव का संचालन बंद है. दरअसल जोन कमिश्नर की ओर से नाव में सुरक्षा संसाधन न होने पर नाव न चलाने की बात कही गई है. इससे रायपुर नाविक संघ खासा परेशान हैं. कई नाविक ऐसे हैं जिनके पास सुरक्षा जैकेट नहीं है. जैकेट न होने के कारण पिछले 5 दिनों से नाविक नाव नहीं चला पा रहे हैं. नाव न चलाने के कारण इनको आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है.
बारिश के कारण बंद कराया गया नाव का संचालन: रायपुर के महादेव घाट में हटकेश्वरनाथ धाम के पास स्थित खारून नदी है. यहां पिछले कई सालों से नाव का संचालन हो रहा है. आसपास रहने वाले नाविक अपनी नाव चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. हालांकि पिछले 5 दिनों से यहां सभी नाव बंद पड़ी हुई है. जोन कमिश्नर की ओर से सभी नाविकों से कहा गया कि नाव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है, जिसके बाद नाविक नाव का संचालन बंद कर चुके हैं. नाविकों के ओर से नाव का संचालन बंद करने से नाविक परिवार के ऊपर रोजी-रोटी की संकट आन पड़ी है.
क्या कहते हैं निगम अधिकारी: मामले में नगर निगम के आला अधिकारी का कहना है कि अधिक बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ जाता है. ऐसे में नाविकों के साथ-साथ आम नागरिकों के जान का भी खतरा बना रहता है.नाविकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नाव का संचालन बंद कराया गया है.
बारिश अधिक होने की वजह से खारून नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण नाविक और नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोन कमिश्नर के द्वारा इस तरह की बात कही गई है. अपर आयुक्त इस बात को स्वीकार करते हैं कि सभी नाविकों के पास लाइफ जैकेट पहले से मौजूद है. -अभिषेक अग्रवाल, नगर निगम के अपर आयुक्त
क्या कहते हैं नाविक: यहां के नाविकों की मानें तो जोन क्रमांक 8 के जोन कमिश्नर ने नाव चलाने वाले नाविकों से कहा कि नाव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है. नाव में कम से कम 7 से 8 लाइफ जैकेट होने चाहिए. इसके साथ ही ट्यूब की भी व्यवस्था होनी चाहिए. कुछ दिनों पहले भारी बारिश हुई थी, जिसके कारण नदी का जलस्तर बढ़ने से 2 दिनों तक नाव का संचालन बंद कर दिया गया था.फिर जोन कमिश्नर के फरमान के बाद नाव का संचालन पूरी तरह से बंद और ठप पड़ा हुआ है.
एक नाव में कम से कम 2 से 3 लाइफ जैकेट की जरूरत है. और 2 से 3 ट्यूब भी मौजूद है. कई बार पर्यटक लाइफ जैकेट पहनने से मना कर देते हैं. नौका विहार के दौरान अब तक खारून नदी में किसी प्रकार का कोई हादसा भी नहीं हुआ है. 7 से 8 लाइफ जैकेट और सुरक्षा के दूसरे उपकरण खरीदने के लिए एक नाविक को कम से कम 10 से 15 हजार का खर्च पड़ेगा. जो कि अभी संभव नहीं है. फिलहाल रोजी-रोजी की समस्या हमारे सामने है. -नाविक
100 से अधिक नावों का होता है संचालन: महादेव घाट के पास से गुजरने वाली खारून नदी पर लगभग 20 सालों से 100 नावों का संचालन हो रहा है. यहां लोग मंदिर दर्शन के अलावा नौका विहार का भी लुत्फ उठाते हैं. लेकिन बीते 5 दिनों से यहां आने वाले भक्तों के साथ पर्यटकों को नौका विहार से वंचित रहना पड़ रहा है. जोन क्रमांक 8 के जोन कमिश्नर अरुण ध्रुव की ओर से नाव का संचालन करने वाले नाविकों को नाव में सुरक्षा व्यवस्था की कमी होने की बात कही गई है. साथ ही नाव न चलाने को कहा गया है. नाव न चलाने से नाविकों की रोजी-रोटी पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. जोन कमिश्नर के इस फरमान के बाद नाविक संघ में आक्रोश देखने को मिल रहा है.