सरगुजा : कोरोना महामारी से बचने के लिए पूरा देश लॉकडाउन से गुजर रहा है. इस लॉकडाउन में बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपने घर जाने के प्रयास में अन्य शहरों में फंस गए हैं. शासन प्रशासन ऐसे लोगों के लिए ठहरने की व्यवस्था कर रही है. अंबिकापुर के बिशुनपुर में बने सामुदायिक भवन को राहत कैंप बना दिया गया है.
इस राहत कैंप की खास बात है कि की अब यहां रहने वाले लोग बोर नही होंगे बल्कि मनोरंजन के साथ यहां अपना समय बीता सकेंगे. कलेक्टर सारांश मित्तर की पहल पर कैंप में रह रहें बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था भी की गई है. रोजाना 2 घंटे की योगा क्लास लगाई जा रही है. सभी को रोजमर्रा के जीवन में उपयोग में आने वाली हर आवश्यक वस्तु उपलब्ध कराई गई है.
![commendable efforts of sarguja district administration](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-srg-01-rahat-camp-spl-7206271_15042020185108_1504f_02773_435.jpg)
सुरक्षा की दृष्टि से यहां सीसीटीवी कैमरा भी लगवाया गया है. यहां तक मनोरंजन के लिए टीवी भी लगाई गई है. ताकि यहां ठहरे लोग बिना किसी मानसिक दबाव के इस कठिन समय से उबर सकें.
योगा क्लास की भी व्यवस्था
कैंप में बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था का जिम्मा कैम्प में ही रहने वाले सत्यम ने उठाया है. जो जिला प्रशासन के द्वारा संसाधन उपलब्ध कराने के बाद बच्चों को पढ़ा रहे हैं. इसके साथ ही खेल-खुद की सामग्रियां जैसे कैरम, क्रिकेट बैट, फुटबॉल, लूडो सहित विभिन्न प्रकार की खेल सामग्रियां भी दें दी गई हैं. कैंप में टीवी भी लगवाई गई है. रोजाना 2 घंटे की योगा क्लास होती है.
![commendable efforts of sarguja district administration](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-srg-01-rahat-camp-spl-7206271_15042020185108_1504f_02773_316.jpg)
सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए
सभी को रोजमर्रा के जीवन में उपयोग में आने वाली हर आवश्यक वस्तु जैसे ब्रश, पेस्ट, साबुन, सेनिटाइजर, मास्क भी उपलब्ध करा दिया गया है. सुरक्षा की दृष्टि से यहां सीसीटीवी कैमरा भी लगवाया गया है. जिससे कैंप की सतत निगरानी की जा रही है.
जिला प्रशासन का प्रयास सराहनीय
बहरहाल, लॉकडाउन की वजह से विभिन्न राहत कैंप में रहने वाले लोग किसी तरह अपने घर पहुंचना चाहते हैं, लेकिन अंबिकापुर जिला प्रशासन का यह प्रयास सराहनीय है. लिहाजा प्रदेश और देश की सरकार को इस मॉडल को अपनाते हुए अन्य जिलों में भी इस तरह की कवायद करनी चाहिए.