रायपुर : छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के सदस्य मनोज सिंह ठाकुर ने फिल्म आदिपुरुष को लेकर आपत्ति जताई है. इसके लिए सोमवार को मनोज सिंह ठाकुर ने रायपुर से एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही सनातन धर्म की भावना को ठेस पहुंचाने वालों, भगवान श्री राम को अपमानित करने वाली फिल्म आदिपुरुष के निर्माता निर्देशक, संवाद लेखक, ड्रेस डिजाइनर, वितरक सेंसर बोर्ड और सिनेमाघरों के मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
रामायण के चरित्रों के साथ छेड़छाड़: छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के सदस्य मनोज सिंह ठाकुर ने कहा कि "हाल ही में प्रदर्शित फिल्म आदिपुरुष महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण और गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीरामचरितमानस जैसे महान ग्रंथों से ली गई कथा है. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण, राम भक्त श्री हनुमान सहित रावण, मेघनाद, विभीषण जैसे चरित्र हैं. आदिपुरुष फिल्म में भगवान श्रीराम, माता जानकी, राम भक्त हनुमान सहित रामायण के सभी चरित्रों से छेड़छाड़ करते हुए अश्लील वस्त्र आभूषण वाला फिल्म बना दिया गया है.''
करोड़ों लोगों की भावनाओं को पहुंची ठेस : आदिपुरुष फिल्म में रामायण की कथा और सनातनी ग्रंथों की कथाओं के साथ भी छेड़छाड़, काटछांट किया गया है. रामायण में वर्णित वेशभूषा के साथ भी छेड़छाड़ करते हुए भगवान श्रीराम सहित माता सीता की वेशभूषा में काफी बदलाव किए गए हैं. माता सीता को कम वस्त्रों में दिखाया गया है जो माता सीता का अपमान है. ऐसे में माता सीता के करोड़ों भक्तों की आस्था एवं भावनाओं को ठेस पहुंची है.
संवाद और चरित्र चित्रण पर मचा बवाल : आरोप है कि आदिपुरुष में हनुमानजी के संवाद में घोर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल हुआ है. साथ ही साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को नीचा दिखाया गया है. युद्ध के दृश्यों को मनमाने तरीके से बनाया गया. युद्ध के नियमों के अनुसार रात में युद्ध नहीं होते, लेकिन फिल्म में सारा युद्ध रात के समय हुआ है. आदिपुरुष में ऐसे कई दृश्य हैं, जिसमें अश्लीलता दिखाने के साथ ही संवाद के साथ छेड़छाड़ किया गया. देश-विदेश में रहने वाले करोड़ों सनातनी और रामायण के प्रति श्रद्धा रखने वालों की धार्मिक भावनाएं इससे आहत हुईं हैं.