रायपुर: फिल्म आदिपुरुष रिलीज हुए पांच दिन होने को हैं. रिलीज होने से लेकर अब तक विवादों से इसका पीछा नहीं छूटा है. धार्मिक भावनाएं आहत होने की शिकायतें और एफआईआर की मांग ने विवादित डायलाॅग बदलने के लिए मेकर्स को मजबूर कर दिया है. वहीं फिल्म को प्रमोट करने और मेकर्स से सीधे भाजपा के संबंध होने को लेकर सीएम बघेल लगातार हमलावर हैं. रायपुर में मंगलवार को प्रभु जगन्नाथ रथयात्रा में शामिल होने पहुंचे सीएम बघेल ने भाजपा पर भगवान राम के नाम का राजनीति और व्यवसाय के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.
फिल्म आदिपुरुष को लेकर क्या लगाया आरोप: सीएम बघेल ने कहा कि "चुनाव आते ही बीजेपी को भगवान राम की याद आती है. भाजपा की क्रोनोलॉजी मैंने कल बताई कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम को किस प्रकार से युद्धक राम बनाए, किस प्रकार से हनुमान जी को भी ये लोग एंग्री बर्ड बनाए. फिल्म में उत्तर प्रदेश और आसाम के मुख्यमंत्री साथ ही भारतीय जनता पार्टी शासित राज्य के मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया गया है. इसका मतलब यह है यह पिक्चर भारतीय जनता पार्टी के लोगों द्वारा बनाई गई है, इसीलिए आज सभी भारतीय जनता पार्टी के लोग मौन हैं. इनका नाता केवल राजनीति से है, व्यवसायीकरण से है. हमारे तो आराध्य और आस्था के केंद्र हैं. इनके लिए राजनीति का विषय हैं. भगवान राम हों या हनुमान जी हों, ये लोग राजनीति और व्यवसाय के लिए इनका उपयोग कर रहे हैं. हम इसकी निंदा करते हैं."
फिल्म आदिपुरुष के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना: आदिपुरुष फिल्म रिलीज होने के फौरन बाद सोशल मीडिया पर जमकर विरोध जताया गया. हिंदुत्व की बात करने वाली बीजेपी और उससे जुड़े संगठनों की ओर से कोई रिएक्शन नहीं आया. अब इस मुद्दे को सीएम भूपेश बघेल ने लपक लिया है और फिल्म के बहाने लगातार भाजपा पर हमला बोल रहे हैं. पहले तो सेंसर बोर्ड पर सवाल उठाकर केंद्र की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया. अब फिल्म की क्रेडिट लाइन में भाजपा शासित राज्यों के सीएम के नाम के बहाने व्यापार के लिए राम नाम का इस्तेमाल करने का आरोप मढ़ा है.