रायपुर: बीजापुर जिले के सारकेगुड़ा में कथित पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के दौरान हुई 17 आदिवासियों की मौत पर न्यायिक जांच रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री अनिला भेड़िया समेत प्रदेश के तमाम आदिवासी नेता जांच की मांग को लेकर मंगलवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करने पहुंचे.
राज्यपाल से मुलाकात कर लौटे प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 'बस्तर के जनप्रतिनिधियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करने गया था. हमने उनके समक्ष सारकेगुड़ा मामले में जांच आयोग की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की मांग की है'.
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दोषियों पर कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा कि 'जो अधिकारी दोषी हैं उन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है. साथ ही तत्कालीन सरकार के मुखिया पर भी कार्रवाई करने की मांग की है. हमारी मांगों पर राज्यपाल ने हमें आश्वस्त किया है'.
उचित मुआवजा और नौकरी देने की मांग
वहीं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि 'सारकेगुड़ा में जिस प्रकार से 17 लोगों की हत्या हुई थी उस समय भी हमने भाजपा सरकार पर कार्रवाई की मांग की थी. मारे गए निर्दोष लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा के साथ-साथ नौकरी देने की भी मांग की गई है'.
बता दें कि बीजापुर जिले के सारकेगुड़ा में साल 2012 में हुए कथित पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को एक सदस्यीय न्यायिक आयोग ने फर्जी बताया है.