रायपुर :छत्तीसगढ़ के शासकीय अस्पतालों में तैनात किए गए एमबीबीएस अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी जिन्होंने अपने पदस्थापना स्थल पर कार्यभार ग्रहण नहीं किया है. उनके विरूद्ध बॉण्ड की संपूर्ण राशि की वसूली की कार्रवाई की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग ने 9 नवम्बर 2022 को 212 एमबीबीएस अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों को अपने पदस्थापना स्थल में पांच दिनों के भीतर कार्यभार ग्रहण करने का अंतिम अवसर प्रदान करने के लिए सूचना जारी की थी. इसके परिपालन में 212 में से 183 अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दे दी है. लेकिन 29 अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी अभी भी अनुपस्थित हैं.
क्या है राज्य शासन का प्रावधान : छत्तीसगढ़ चिकित्सा, दंत चिकित्सा एवं भौतिक चिकित्सा (फिजियोथैरेपी) स्नातक प्रवेश नियम के अनुसार बॉण्ड की शर्तों का अनुपालन नहीं करने वाले अनुपस्थित चिकित्सकों के विरूद्ध बॉण्ड की संपूर्ण राशि की वसूली की कार्रवाई का प्रावधान है. इतना ही नहीं कार्रवाई के तहत बकाया राशि काटे जाने का भी प्रावधान है.राज्य मेडिकल काउंसिल में एमबीबीएस स्नातक योग्यता का स्थायी पंजीयन अभ्यर्थी को प्रदान किया गया था. अनुंबंध की शर्तों पर खड़ा उतरने पर ही अंतिम डिग्री मिलेगी.
डिग्री के लिए अभ्यर्थी को अपने महाविद्यालय के अधिष्ठाता को अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा. जिनकी अनुशंसा पर विश्वविद्यालय अंतिम डिग्री प्रदान करेगी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में कार्रवाई किए जाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक, मेडिकल कांउसिल के रजिस्ट्रार एवं आयुष युनिवर्सिटी उपरवारा, नया रायपुर के अधिष्ठाता को पत्र लिखा गया है. बॉण्ड की शर्तों का पालन नहीं करने वाले अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों के विरूद्ध वसूली की कार्रवाई शुरू की गई है.
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किन डॉक्टर्स ने नहीं ली है ज्वॉइनिंग : पदस्थापना स्थल पर अभी तक ज्वाइनिंग नहीं देने वाले 29 चिकित्सा अधिकारियों में ईशान यादव, राजेंद्र प्रसाद दत्ता, शिवेंद्र सिंह मरई, व्यास नारायण और राजीव सिंह ठाकुर शामिल हैं. इसके अलावा उर्वशी मेश्राम, हरेश कुमार बघेल, प्रकाश गुप्ता, श्रद्धा सोनी, शिवम अवस्थी, दीक्षाश्री सिंह, स्पर्श गुप्ता, अर्जुन सिंह चौहान, भारती कुमेटी, वैशाली बिसेन, पारूल पांडेय, औक शुभांगी का नाम भी इसमें शामिल है. इन सबके अलावा कई डॉक्टर्स हैं जिन पर कार्रवाई की जा रही है.