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ट्वीट ने कराया डिमोशन! अधिकृत बयान देने वाले मंत्रियों में नहीं है सिंहदेव का नाम

छत्तीसगढ़ की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का नाम राज्य शासन के अधिकृत बयान देने वाले मंत्रियों के नाम में शामिल नहीं है.

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टीएस सिंहदेव स्वास्थ्य मंत्री
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Published : Jul 1, 2020, 1:20 PM IST

Updated : Jul 1, 2020, 2:54 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का नाम राज्य शासन के अधिकृत बयान देने वाले मंत्रियों में शामिल नहीं है. अब कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और वन मंत्री मोहम्मद अकबर छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकृत प्रवक्ता होंगे.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन दोनों मंत्रियों को राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए अधिकृत किया है. बाकी मंत्रियों के बयान अधिकृत नहीं माने जाएंगे. जनसंपर्क की तरफ से जानकारी दी गई है.

सिंहेदव ने किया था ट्वीट

सीएम हाउस के सामने धमतरी के युवक की आत्मदाह की कोशिश के बाद टीएस सिंहदेव के ट्वीट के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई थी. एक तरफ जहां सरकार ने हरदेव को मानसिक तौर पर बीमार बता दिया था, वहीं सिंहदेव ने लिखा था कि वो शर्मिंदा हैं.

  • सभी बेरोज़गार शिक्षा कर्मियों, विद्या मितान, प्रेरकों एवं अन्य युवाओं की पीड़ा से मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूँ। जन घोषणा पत्र के माध्यम से जो वायदा आपको किया था, मैं उस पर अटल हूं।

    यही विश्वास दिला रहा हूँ कि सरकार प्रयास कर रही है। हम आपके साथ हैं और साथ रहेंगे।

    — TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) June 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- युवा सुसाइड करने को मजबूर, सीएम को इसकी चिंता करनी चाहिए : रमन सिंह


ओपी चौधरी ने साधा था निशाना

इसपर भाजपा नेता ओर पूर्व आईएएस ओपी चौधरी ने भी ट्वीट किया था कि धन्यवाद !आपने शर्मिंदा होने की संवेदनशीलता तो कम से कम दिखाई. जब जय शर्मिंदा हैं,तो वीरू इस्तीफा क्यों नहीं दे देते,क्योंकि भारतीय संविधान में कैबिनेट के सामूहिक उत्तरदायित्व का सिद्धांत है.कैबिनेट के किसी सदस्य का बयान पूरे कैबिनेट और सरकार का बयान होता है.

  • धन्यवाद !आपने शर्मिंदा होने की संवेदनशीलता तो कम से कम दिखाई|
    जब जय शर्मिंदा हैं,तो वीरू इस्तीफा क्यों नहीं दे देते,क्योंकि भारतीय संविधान में कैबिनेट के सामूहिक उत्तरदायित्व का सिद्धांत है|कैबिनेट के किसी सदस्य का बयान पूरे कैबिनेट और सरकार का बयान होता है| https://t.co/CBgcBOiRpJ

    — OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) June 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सोमवार को हरदेव ने की थी आत्मदाह की कोशिश

सोमवार को सीएम हाउस के सामने धमतरी के हरदेव ने आत्मदाह की कोशिश की थी. सरकारी बयान में उसे मानसिक तौर पर बीमार बताया गया. हरदेव की पत्नी बसंती ने ETV भारत से बात करते हुए बताया कि, लॉकडाउन से पहले उनका परिवार सुखी से जीवन यापन कर रहा था, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम छूट गया और हरदेव की आर्थिक स्थिति बिगड़ते चली गई. बसंती ने बताया कि महीने भर पहले रोजगार गारंटी के तहत उसे 4 सप्ताह और हरदेव को 12 दिनों तक काम मिला था, लेकिन उस दौरान कमाए पैसे खत्म हो गए, जिसके बाद कुछ दिनों तक काम मिलने की आस में परिवार वालों से उधार लेकर काम चलाता रहा. जब काम मिलने की सभी उम्मीदें लगभग खत्म हो गई, तो उसने ऐसा कदम उठा लिया. बसंती ने बताया कि वो मानिसक तौर पर बीमार नहीं था बल्कि बेरोजगारी से परेशान था.

रायपुर: छत्तीसगढ़ की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का नाम राज्य शासन के अधिकृत बयान देने वाले मंत्रियों में शामिल नहीं है. अब कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और वन मंत्री मोहम्मद अकबर छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकृत प्रवक्ता होंगे.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन दोनों मंत्रियों को राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए अधिकृत किया है. बाकी मंत्रियों के बयान अधिकृत नहीं माने जाएंगे. जनसंपर्क की तरफ से जानकारी दी गई है.

सिंहेदव ने किया था ट्वीट

सीएम हाउस के सामने धमतरी के युवक की आत्मदाह की कोशिश के बाद टीएस सिंहदेव के ट्वीट के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई थी. एक तरफ जहां सरकार ने हरदेव को मानसिक तौर पर बीमार बता दिया था, वहीं सिंहदेव ने लिखा था कि वो शर्मिंदा हैं.

  • सभी बेरोज़गार शिक्षा कर्मियों, विद्या मितान, प्रेरकों एवं अन्य युवाओं की पीड़ा से मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूँ। जन घोषणा पत्र के माध्यम से जो वायदा आपको किया था, मैं उस पर अटल हूं।

    यही विश्वास दिला रहा हूँ कि सरकार प्रयास कर रही है। हम आपके साथ हैं और साथ रहेंगे।

    — TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) June 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- युवा सुसाइड करने को मजबूर, सीएम को इसकी चिंता करनी चाहिए : रमन सिंह


ओपी चौधरी ने साधा था निशाना

इसपर भाजपा नेता ओर पूर्व आईएएस ओपी चौधरी ने भी ट्वीट किया था कि धन्यवाद !आपने शर्मिंदा होने की संवेदनशीलता तो कम से कम दिखाई. जब जय शर्मिंदा हैं,तो वीरू इस्तीफा क्यों नहीं दे देते,क्योंकि भारतीय संविधान में कैबिनेट के सामूहिक उत्तरदायित्व का सिद्धांत है.कैबिनेट के किसी सदस्य का बयान पूरे कैबिनेट और सरकार का बयान होता है.

  • धन्यवाद !आपने शर्मिंदा होने की संवेदनशीलता तो कम से कम दिखाई|
    जब जय शर्मिंदा हैं,तो वीरू इस्तीफा क्यों नहीं दे देते,क्योंकि भारतीय संविधान में कैबिनेट के सामूहिक उत्तरदायित्व का सिद्धांत है|कैबिनेट के किसी सदस्य का बयान पूरे कैबिनेट और सरकार का बयान होता है| https://t.co/CBgcBOiRpJ

    — OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) June 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सोमवार को हरदेव ने की थी आत्मदाह की कोशिश

सोमवार को सीएम हाउस के सामने धमतरी के हरदेव ने आत्मदाह की कोशिश की थी. सरकारी बयान में उसे मानसिक तौर पर बीमार बताया गया. हरदेव की पत्नी बसंती ने ETV भारत से बात करते हुए बताया कि, लॉकडाउन से पहले उनका परिवार सुखी से जीवन यापन कर रहा था, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम छूट गया और हरदेव की आर्थिक स्थिति बिगड़ते चली गई. बसंती ने बताया कि महीने भर पहले रोजगार गारंटी के तहत उसे 4 सप्ताह और हरदेव को 12 दिनों तक काम मिला था, लेकिन उस दौरान कमाए पैसे खत्म हो गए, जिसके बाद कुछ दिनों तक काम मिलने की आस में परिवार वालों से उधार लेकर काम चलाता रहा. जब काम मिलने की सभी उम्मीदें लगभग खत्म हो गई, तो उसने ऐसा कदम उठा लिया. बसंती ने बताया कि वो मानिसक तौर पर बीमार नहीं था बल्कि बेरोजगारी से परेशान था.

Last Updated : Jul 1, 2020, 2:54 PM IST
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