रायपुर: आबकारी मंत्री कवासी लखमा को फोन कर धमकी देने और दो लाख रुपए मांगने के मामले में पुलिस ने आरोपी अंकुश शर्मा को शिमला से गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपी को शिमला से लेकर रायपुर पहुंची है. आरोपी अंकुश शर्मा के खिलाफ 29 दिसंबर को आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पीएसओ नोनी सिंह बागरी ने सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश तेज कर दी थी.
पैसों की तंगी की वजह से आरोपी ने उठाया ये कदम
शुक्रवार को खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिटी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि आरोपी बी-कॉम का छात्र है और वह कंप्यूटर का जानकार भी है. वह पैसे की तंगी से जूझ रहा था और उसे पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने ऐसा किया.
हिमाचल प्रदेश के शिमला का है आरोपी युवक
आरोपी अंकुश शर्मा हिमाचल प्रदेश के शिमला के चौपाल गांव का रहने वाला है. पुलिस ने यह भी बताया कि इसके खिलाफ पूर्व में किसी तरह का कोई प्रकरण या अपराध भी किसी भी थाने में दर्ज नहीं हुआ है.
मंत्री को अनपढ़ समझकर रची साजिश
उसे कहीं से जानकारी मिली थी कि छत्तीसगढ़ का एक मंत्री अनपढ़ है, जिसके बाद उसने मंत्री के बारे में जानकारी जुटाई और छत्तीसगढ़ शासन की वेबसाइट से मंत्री का नंबर लिया और कॉल कर अपने को सीबीआई का अफसर बताया था.
पढ़ें- फर्जी CBI ऑफिसर ने मंत्री लखमा को दी धमकी, बोला- '2 लाख रुपए दो नहीं तो...'
मोबाइल ट्रेस कर आरोपी तक पहुंची पुलिस
आरोपी शर्मा लगातार 10 दिनों से मंत्री को कॉल कर रहा था. उसने अपने आप को सीबीआई का अफसर बताकर आबकारी मंत्री का केस सीबीआई में रफा दफा करने की बात कही थी. और इसी के एवज में उसने 2 लाख रुपए की मांग की थी. पुलिस ने आरोपी के मोबाइल लोकेंशन को ट्रेस कर शिमला के चौपाल गांव से उसकी गिरफ्तारी की. पुलिस आरोपी छात्र को कोर्ट में पेश करेगी.