रायपुर : छत्तीसगढ़ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिका संघ द्वारा एक दिवसीय प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जा रहा है. इस आंदोलन में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आंदोलन कर रही है, जिसके तहत राजधानी में भी आंदोलन किया गया.
आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ताओं का कहना है कि, 'उनका मानदेय अक्टूबर 2018 तक बढ़ जाना था, जो कि जुलाई 2019 से बढ़ाया जा रहा है. उसके बदले 9 महीने का मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है'.
'मानदेय जुलाई 2019 से बढ़ाया गया'
प्रांताध्यक्ष सरिता पाठक ने बताया कि, 'वित्तीय वर्ष 2018-19 में प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के समय कहा था कि, अक्टूबर 2018 से कार्यकर्ताओं का 1500 सहायिकाओं को 750 और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 1250 मानदेय दिया जाएगा, लेकिन वह अब यानी कि जुलाई 2019 से बढ़ाया गया है'.
'26 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ धोखा'
उन्होंने कहा कि, 'ये देश के लगभग 26 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ धोखा है. हम इसका विरोध करते हैं. साथ ही ये मांग करते हैं कि अक्टूबर से लेकर अब तक जो 9 महीने का एरियस का भुगतान नहीं किया गया है वो भुगतान हमें किया जाए'. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का कहना है कि, 'ये योजना केंद्र सरकार की है. राज्य सरकार इसका केवल क्रेडिट ले रही है'.