रायपुर : पूरे देश में लॉकडाउन के बीच जहां क्राइम केस कम हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है. ऐसे में राजधानी के महिला थाने में घरेलू हिंसा के बढ़ते मामले को देखते हुए उन महिलाओं से संपर्क किया जा रहा है, जिन्होंने घरेलू हिंसा के मामले दर्ज कराए थे.
महिला पुलिस ने पिछले 3 साल में घरेलू हिंसा की शिकार हुई महिलाओं से संपर्क किया और उनका हालचाल जाना. यदि वह सभी महिलाएं सुरक्षित हैं, तो उनकी जानकारी लेकर रिकॉर्ड में रखा जाएगा. यदि वे महिलाएं फिर से घरेलू हिंसा या किसी भी तरीके से प्रताड़ित हो रही हैं, तो ऐसे में महिला पुलिस कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं.
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क्या कहती है रिपोर्ट
महिला थाना टीआई कविता ठाकुर ने बताया कि, 'बीते 3 सालों में तकरीबन 1500 मामले दर्ज किए गए थे. हम सभी महिलाओं के घर जाकर उनका हालचाल जान रहे हैं'. कविता ने बताया कि, 'लॉकडाउन के फेस टू में ही तकरीबन 65 मामले सामने आए थे. यह बेहद ही चौंकाने वाले मामले थे, क्योंकि इतनी कम अवधि में इतनी बड़ी संख्या में घरेलू हिंसा के मामले सामने नहीं आए थे. इसके बाद हमने पहल की है'.
'लोगों का मिल रहा अच्छा रिस्पॉन्स'
महिला थाना टीआई कविता ठाकुर ने बताया कि, 'हमने बीते 3 दिनों में लगभग 45 लोगों से संपर्क किया है सभी ओर से हमें बहुत ही अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. लोग बेहद खुश हैं कि लॉकडाउन के समय में भी महिला थाना उनका ध्यान रख रही हैं'.