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मिलिए रायपुर के इस 'गूगल बॉय' से, इसकी बातें सुनेंगे तो सुनते ही रह जाएंगे

आंजनेय की उम्र महज साढ़े 4 साल है. इतनी सी उम्र में जहां बच्चों को ढंग से अपना नाम लिखना भी नहीं आता, आंजनेय को शहर में गूगल बॉय के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है कि उसके पास ज्ञान का अपार भंडार मौजूद है.

रायपुर के गूगल बॉय
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Published : May 24, 2019, 2:01 PM IST

Updated : May 30, 2019, 6:55 PM IST

रायपुर: अक्सर कहा जाता है कि बुलंदियों के रास्ते में उम्र कभी बाधा नहीं बनती. आज हम आपको एक ऐसे बच्चे से मिलने जा रहे हैं जिसके पास ज्ञान का अपार भंडार है. हम बात कर रहे हैं राजधानी में रहने वाले आंजनेय सहिष्णु की. अमलेश्वर में रहने वाला आंजनेय किंडरगार्डन 2 का छात्र है.

'गूगल बॉय'

आंजनेय की उम्र महज साढ़े 4 साल है. इतनी सी उम्र में जहां बच्चों को ढंग से अपना नाम लिखना भी नहीं आता, आंजनेय को शहर में गूगल बॉय के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है कि उसके पास ज्ञान का अपार भंडार मौजूद है.

देश-दुनिया की जानकारी
केजी 2 में पढ़ने वाले आंजनेय को दुनिया भर के नदी, पहाड़, जनसंख्या, क्षेत्रफल, झंडे, रेगिस्तान, समुद्र, छोटे-बड़े ग्रह आदी की जानकारी है. इसके अलावा व्हाट्सएप, फेसबुक और टेलीफोन के आविष्कारकों के नाम भी मुंह जबानी याद है. साथ ही उसे 40 तक का पहाड़ा भी मुंह जबानी याद है.

पढ़ाई में रुचि
आंजनेय के पिता अमित कश्यप बताते हैं कि आंजनेय को इतनी गहरी जानकारी देने में उसके दादा, दादी, बड़े पापा, छोटे पापा और मां का विशेष योगदान है. उन्होंने ही इसकी रुचि पढ़ाई की ओर लगाई. आंजनेय की खासियत ये है कि एक बार जो भी सुन लेता है या पढ़ लेता है उसे हमेशा याद रहता है. फिर वो जल्दी भूल नहीं पाता जिसके कारण उसे बहुत सारी चीजें याद रहती हैं.

बहुत जिज्ञासु हैं आंजनेय
आंजनेय की मां सूर्या तेजस्वनी बताती हैं कि आंजनेय हमेशा सवाल करता रहता है. उसमें चीजों के बारे में जानने की बहुत जिज्ञासा है. जब तक उसे उसके सवालों के जवाब नहीं मिलते, तब तक वो शांत नहीं होता है. सूर्या बताती हैं कि यदि इन सवालों के जवाब उनके पास नहीं होते तो वे इंटरनेट का सहारा लेती हैं.

रायपुर: अक्सर कहा जाता है कि बुलंदियों के रास्ते में उम्र कभी बाधा नहीं बनती. आज हम आपको एक ऐसे बच्चे से मिलने जा रहे हैं जिसके पास ज्ञान का अपार भंडार है. हम बात कर रहे हैं राजधानी में रहने वाले आंजनेय सहिष्णु की. अमलेश्वर में रहने वाला आंजनेय किंडरगार्डन 2 का छात्र है.

'गूगल बॉय'

आंजनेय की उम्र महज साढ़े 4 साल है. इतनी सी उम्र में जहां बच्चों को ढंग से अपना नाम लिखना भी नहीं आता, आंजनेय को शहर में गूगल बॉय के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह है कि उसके पास ज्ञान का अपार भंडार मौजूद है.

देश-दुनिया की जानकारी
केजी 2 में पढ़ने वाले आंजनेय को दुनिया भर के नदी, पहाड़, जनसंख्या, क्षेत्रफल, झंडे, रेगिस्तान, समुद्र, छोटे-बड़े ग्रह आदी की जानकारी है. इसके अलावा व्हाट्सएप, फेसबुक और टेलीफोन के आविष्कारकों के नाम भी मुंह जबानी याद है. साथ ही उसे 40 तक का पहाड़ा भी मुंह जबानी याद है.

पढ़ाई में रुचि
आंजनेय के पिता अमित कश्यप बताते हैं कि आंजनेय को इतनी गहरी जानकारी देने में उसके दादा, दादी, बड़े पापा, छोटे पापा और मां का विशेष योगदान है. उन्होंने ही इसकी रुचि पढ़ाई की ओर लगाई. आंजनेय की खासियत ये है कि एक बार जो भी सुन लेता है या पढ़ लेता है उसे हमेशा याद रहता है. फिर वो जल्दी भूल नहीं पाता जिसके कारण उसे बहुत सारी चीजें याद रहती हैं.

बहुत जिज्ञासु हैं आंजनेय
आंजनेय की मां सूर्या तेजस्वनी बताती हैं कि आंजनेय हमेशा सवाल करता रहता है. उसमें चीजों के बारे में जानने की बहुत जिज्ञासा है. जब तक उसे उसके सवालों के जवाब नहीं मिलते, तब तक वो शांत नहीं होता है. सूर्या बताती हैं कि यदि इन सवालों के जवाब उनके पास नहीं होते तो वे इंटरनेट का सहारा लेती हैं.

Intro:राजधानी के गूगल ब्वॉय से, गूगल जैसी है इनकी भी मेमोरी


Body:रायपुर । अक्सर कहा जाता है कि बुलंदियों के रास्ते में उम्र कभी बाधा नहीं बनती । आज हम आपको ऐसे बच्चे से मिलने आएंगे जिनके पास ज्ञान का अपार भंडार है । जी हां हम बात कर रहे हैं राजधानी रायपुर में रहने वाले आंजनेय सहिष्णु की । अमलेश्वर में रहने वाले आंजनेय kg2 के छात्र हैं । उनकी उम्र महज साढे 4 साल है । इतनी सी उम्र में जहां बच्चों को ढंग से अपना नाम लिखना भी नहीं आता । उस उम्र में आंजनेय को शहर में गूगल बॉय के नाम से जाना चाहता है। इसके वजह है उनकी पास मौजूद ज्ञान का अपार भंडार।

kg2 में पढ़ने वाले आंजनेय को दुनिया भर के नदी पहाड़ जनसंख्या क्षेत्रफल झंडे रेगिस्तान समुद्र छोटे बड़े ग्रह की जानकारी है । इसके अलावा व्हाट्सएप फेसबुक टेलीफोन के आविष्कार के नाम भी इनको मुंह जबानी याद है। साथ ही इनको 40 तक का पहाड़ा भी मुंह जबानी याद है ।

आंजनेय के पिता अमित कश्यप बताते हैं कि अंजनी को इतनी गहन जानकारी देने में उनके दादा दादी बड़े पापा और छोटे पापा का विशेष योगदान है । उन्होंने ही इसकी रुचि पढ़ाई की ओर लगाई अंजनी की खासियत यह है कि एक बार जो भी सुन लेता है या पढ़ लेता है । उसे हमेशा याद रहता है या जल्दी उसे भूल नहीं पाता जिसके कारण इसे बहुत सारी चीजें यादो गई है । आंजनेय हमेशा सवाल करते रहते हैं उन्हें हर सवाल का जवाब चाहिए होता है ।

आंजनेय की मां सूर्या तेजस्वनी बताती हैं आंजनेय में हर चीज को जानने की क्यों रेसिपी रहती है । उन्हें उनके जानने की इच्छा ही उन्हें ज्ञानी बनाती है हर सवाल का जवाब जानना चाहते हैं । जब तक संतुष्ट नहीं होते तब तक सवाल करते रहते हैं । इन सवालों के जवाब हमारे पास नहीं होते उनके लिए हम गूगल की मदद लेते हैं। अंजनी को हर प्रश्न का उत्तर सही चाहिए होता है ।




Conclusion:
Last Updated : May 30, 2019, 6:55 PM IST
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