रायपुर: जिले में बाल श्रम रोकने के लिए गठित टीम को बड़ी सफलता मिली है. बाल श्रम के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गठित टास्क फोर्स ने पारले जी कंपनी से 26 बाल मजदूरों को रिहा कराया है. फिलहाल सभी बच्चों को सरकारी अभिरक्षा में रखा गया है. पुलिस बच्चों के परिजनों के बारे में पता लगा रही है. जिसके बाद सभी बच्चों को कानूनी कार्रवाई के बाद उन्हें सौंप दिया जाएगा.
बताया जा रहा है कि मामले को कंपनी द्वारा दबाने की कोशिश की जा रही है. बरामद बच्चों में कई बच्चें दूसरे राज्य और जिले के बताये जा रहे हैं. जिनके बारे में पुलिस विशेष जानकारी जुटा रही है. 12 जून को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन दिवस मनाया गया था. इस दिन छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बाल श्रम रोकने को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया था. जो बाल श्रम कराने वाले ढाबे और ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
अभी दो दिन पहले ही स्पेशल टास्क फोर्स ने बलौद बाजार में दो ढाबे और एक कपड़ा दुकान में दबिश देकर तीन बाल मजदूरों को रिहा कराया था. बाल श्रम पर एक अध्ययन के मुताबिक 2017 के बाद से भारत में बाल श्रम कानून के तहत दर्ज मामलों में 509 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.