रायपुर: 1 मई से राजधानी रायपुर में युवाओं का टीकाकरण शुरू हो गया है. प्रदेश सरकार ने दिनांक 1 मई से वैक्सीनेशन के तीसरे चरण को शुरू किया है. रायपुर में 14 वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं. पहले दिन अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को ही टीका लगना था. लेकिन अंत्योदय राशन कार्ड धारक कम संख्या में पहुंचे. इस दौरान करीब 23 वैक्सीन के डोज बर्बाद हुए हैं. जिनकी कीमत करीब 9 हजार 200 रुपए है.
युवाओं को बिना वैक्सीन के लौटना पड़ा
कई जगहों पर टीकाकरण देर से शुरू हुआ. इस दौरान जिन युवाओं ने ऑनलाइन पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करवाया था वह कोरोना वैक्सीन लगवाने केंद्र पहुंचे. लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा. क्योंकि राज्य सरकार के जारी आदेश के मुताबिक अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को ही पहले प्राथमिकता दी जा रही है. ऐसे में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने वाले लोगों को वापस लौटना पड़ा.
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इन केंद्रों में वैक्सीन की हुई बर्बादी
रायपुर में कुल 14 केंद्र बनाए गए. इनमें से दो केंद्र सिलियारी और तिल्दा में समय से टीका नहीं पहुंचने की वजह से वैक्सीनेशन का काम नहीं हो पाया. शहर के टीकाकरण केंद्रों में 8 और आउटर में स्थापित केंद्रों में 15 वैक्सीन बर्बाद हुए. कुल 23 वैक्सीनेशन के डोज यहां खराब हुए.
पहले दिन प्रदेश में कुल 1945 टीके लगाए गए
- रायपुर जिले में 124
- बालोद जिले में 62
- बलौदा बाजार जिले में 63
- बेमेतरा जिले में 24
- बिलासपुर में 202
- धमतरी में 196
- दुर्ग में 169
- गरियाबंद में 132
- गौरेला पेंड्रा मरवाही में 10
- जांजगीर-चांपा में 164
- कबीरधाम जिले में 159
- कोरबा में 192
- महासमुंद में 182
- मुंगेली में 167
- रायगढ़ में 97
- राजनांदगांव में 2 वैक्सीन