किन्नरों की शादी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी थी. किन्नर समुदाय के लोग ढोल-नगाड़ों पर नाचते गाते नव दंपत्ति को आशीर्वाद देने पहुंचे थे. बारात सिविल लाइंस से निकलकर अंबेडकर भवन, घड़ी चौक, कालीबाड़ी से टिकरापारा होते हुए पुजारी पार्क पहुंची. जहां मंत्रोच्चार के साथ पंडितों ने सभी 15 जोड़ों की शादी कराई. शादी समारोह में चीफ गेस्ट के तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विशिष्ट अतिथि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ कई वीवीआईपी शामिल हुए और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया.
कल तक समाज जिन्हें हीन भावना से देखते थे, आज उन्होंने ही दुनिया के सामने छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. थर्ड जेंडर समुदाय को भारत में कानूनी मान्यता मिलने के बाद अब इस समुदाय में तेजी के साथ जागरूकता आ रही है. समुदाय के लोगों का जीवन स्तर भी सुधरने लगा है और वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं. वहीं समाज भी ऐसे लोगों को धीरे-धीरे अपना रही है.