रायपुर: 1 नवंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक राज्य के 23.39 लाख किसानों से 107 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा की धान खरीदी हो चुकी है. ज्यादातर किसानों को उनके धान का भुगतान उनके बैंक खातों में कर दिया गया है. धान खरीदी के साथ ही कस्टम मिलिंग के लिए धान का लगातार उठाव भी किया जा रहा है.
83 फीसदी धान का उठाव: अब तक कुल धान खरीदी 107 लाख मीट्रिक टन में से 96 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है. मिलर्स ने 89 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान का उठाव कर लिया है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि "30 जनवरी को 6905 किसानों से 23 हजार टन से ज्यादा धान खरीदी की गई है. ऑनलाइन टोकन के जरिए किसानों से 2 हजार टन धान खरीदी हुई है."
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इस बार 2.32 लाख नए किसानों ने बेचा धान: इस साल छत्तीसगढ़ में 24.98 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है. करीब 2.32 लाख नए किसान शामिल हैं. किसानों को धान बेचने में सहूलियत के लिहाज से इस साल राज्य में 135 नए उपार्जन केन्द्र भी शुरू किए गए. इससे राज्य में धान खरीदी के लिए उपार्जन केन्द्रों की संख्या बढ़कर 2617 हो गई है. सामान्य धान 2040 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान 2060 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है.
110 लाख मीट्रिक टन है धान खरीदी लक्ष्य: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर मालवाहकों की चेकिंग की जा रही है. छत्तीसगढ़ सरकार ने इस साल प्रदेश के पंजीकृत किसानों से लगभग 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की चहल पहल और धान की आवक से 31 जनवरी को अनुमानित आंकड़ा पार होने की उम्मीद है.