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Offline mode में आयोजित होगी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा ! - स्कूल शिक्षा विभाग

सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की तर्ज पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (Chhattisgarh Board of Secondary Education) भी लिखित परीक्षा (Written exam) आयोजित कर सकता है. वहीं अगले माह तक बोर्ड परीक्षाओं की समय सारणी आ सकती है. हालांकि इसे लेकर कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है. Offline mode में आयोजित होगी बोर्ड परीक्षा

Board exam will be conducted in offline mode
ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी बोर्ड परीक्षा
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Published : Nov 11, 2021, 5:42 PM IST

Updated : Nov 11, 2021, 10:57 PM IST

रायपुरः कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के कारण जिस तरह हर क्षेत्र प्रभावित हुआ. ठीक वैसे ही पिछले दो वर्षों में इस संक्रमण (Virus) के कारण बच्चों की शिक्षा (childrens education) पर खासा असर पड़ा है. ऐसे में बीते दो सालों से बोर्ड परीक्षा (Board exam) एग्जाम फ्रॉम होम (Exam from home) के पैटर्न से ली गई. लेकिन आगामी सत्र में 10वीं (10th) और 12वीं (12th) बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन मोड (Offline mode ) में आयोजित हो सकती है. हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग (School education department) द्वारा लिखित परीक्षा (Written exam) को लेकर निर्देश जारी नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की तर्ज पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (Chhattisgarh Board of Secondary Education) भी लिखित परीक्षा आयोजित कर सकता है. वहीं अगले माह तक बोर्ड परीक्षाओं की समय सारणी आ सकती है.

ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी परीक्षा

मूल्यांकन और असाइनमेंट के आधार पर हो रही पढ़ाई

बता दें कि स्कूल खोलने के बाद से ही स्कूलों में छात्रों से असाइनमेंट बनवाया जा रहा है. वहीं छात्रों के मूल्यांकन के लिए मासिक मूल्यांकन लिया जा रहा है ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई की तैयारी कर सकें. इधर, इस मामले में प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता बताते हैं कि सीबीएसई द्वारा सर्कुलर जारी किया गया है.

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कोरोनाकाल में गिरा शिक्षा का स्तर

इस बारे में उन्होंने निर्देश जारी किया है कि 6 दिसंबर से सभी स्कूल ऑफलाइन मोड में क्लासेस, सीबीएसई द्वारा ऑनलाइन क्लासेस की बजाए ऑफलाइन क्लासेस में जोड़ दिया जा रहा है. इसका कारण है कि जो बच्चों के शिक्षा का नुकसान हुआ है. साथ ही शिक्षा का स्तर गिरा है. ऑनलाइन में उन सभी नुकसान को पूरा कर पाना संभव नहीं है. वहीं, सीबीएसई द्वारा ओएमआर शीट द्वारा बोर्ड एग्जाम कराने का फैसला लिया है. जब ओएमआर शीट से एग्जाम होगा तो बच्चों को स्कूल आना पड़ेगा.

ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की मांग

इधर, अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने स्कूल शिक्षा विभाग से मांग की है कि सभी कक्षाओं की परीक्षा त्रैमासिक और छमाही परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाए. ताकि बच्चों की वास्तविक स्थिति का पता चले कि बच्चों को कितना पढ़ाई का नुकसान हुआ है. साथ ही इस बात का भी पता चले कि बच्चों की पढ़ाई पर अभी कितनी और मेहनत करने की जरूरत है.

बच्चों को किया जा रहा तैयार

वहीं, इस मुद्दे में परीक्षा को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ए.एन बंजारा ने कहा कि सीबीएसई ने पहले से घोषित कर दिया है कि लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी. जाहिर है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल भी लिखित परीक्षा लेगा. अकेले रायपुर जिले में दसवीं और बारहवीं के 37 हजार बच्चे बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे. वहीं बच्चों को इसी ढंग से पढ़ाई करवाई जा रही है. बच्चों का मासिक मूल्यांकन किया जा रहा है. यूनिट टेस्ट लिया जा रहा है, ताकि बच्चे अच्छे से अपने सब्जेक्ट की तैयारी कर सकें और मुख्यधारा में आकर अपनी पढ़ाई कर सकें.

परिस्थिति देख लिया जाएगा निर्णय

इसके अलावा छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण जब बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे, सब बच्चों के लिए असाइनमेंट बनाने की व्यवस्था की गई थी. ताकि घर में भी बच्चों की पढ़ाई में रुचि बनी रहे. संक्रमण के कारण यह व्यवस्था पिछले साल लागू की गई थी और एग्जाम फ्रॉम होम के पैटर्न से परीक्षा आयोजित की गई थी. फिलहाल बोर्ड परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि परिस्थिति को देखकर ही यहां निर्णय लिया जाएगा.

रायपुरः कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के कारण जिस तरह हर क्षेत्र प्रभावित हुआ. ठीक वैसे ही पिछले दो वर्षों में इस संक्रमण (Virus) के कारण बच्चों की शिक्षा (childrens education) पर खासा असर पड़ा है. ऐसे में बीते दो सालों से बोर्ड परीक्षा (Board exam) एग्जाम फ्रॉम होम (Exam from home) के पैटर्न से ली गई. लेकिन आगामी सत्र में 10वीं (10th) और 12वीं (12th) बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन मोड (Offline mode ) में आयोजित हो सकती है. हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग (School education department) द्वारा लिखित परीक्षा (Written exam) को लेकर निर्देश जारी नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की तर्ज पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (Chhattisgarh Board of Secondary Education) भी लिखित परीक्षा आयोजित कर सकता है. वहीं अगले माह तक बोर्ड परीक्षाओं की समय सारणी आ सकती है.

ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी परीक्षा

मूल्यांकन और असाइनमेंट के आधार पर हो रही पढ़ाई

बता दें कि स्कूल खोलने के बाद से ही स्कूलों में छात्रों से असाइनमेंट बनवाया जा रहा है. वहीं छात्रों के मूल्यांकन के लिए मासिक मूल्यांकन लिया जा रहा है ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई की तैयारी कर सकें. इधर, इस मामले में प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता बताते हैं कि सीबीएसई द्वारा सर्कुलर जारी किया गया है.

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कोरोनाकाल में गिरा शिक्षा का स्तर

इस बारे में उन्होंने निर्देश जारी किया है कि 6 दिसंबर से सभी स्कूल ऑफलाइन मोड में क्लासेस, सीबीएसई द्वारा ऑनलाइन क्लासेस की बजाए ऑफलाइन क्लासेस में जोड़ दिया जा रहा है. इसका कारण है कि जो बच्चों के शिक्षा का नुकसान हुआ है. साथ ही शिक्षा का स्तर गिरा है. ऑनलाइन में उन सभी नुकसान को पूरा कर पाना संभव नहीं है. वहीं, सीबीएसई द्वारा ओएमआर शीट द्वारा बोर्ड एग्जाम कराने का फैसला लिया है. जब ओएमआर शीट से एग्जाम होगा तो बच्चों को स्कूल आना पड़ेगा.

ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की मांग

इधर, अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने स्कूल शिक्षा विभाग से मांग की है कि सभी कक्षाओं की परीक्षा त्रैमासिक और छमाही परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाए. ताकि बच्चों की वास्तविक स्थिति का पता चले कि बच्चों को कितना पढ़ाई का नुकसान हुआ है. साथ ही इस बात का भी पता चले कि बच्चों की पढ़ाई पर अभी कितनी और मेहनत करने की जरूरत है.

बच्चों को किया जा रहा तैयार

वहीं, इस मुद्दे में परीक्षा को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ए.एन बंजारा ने कहा कि सीबीएसई ने पहले से घोषित कर दिया है कि लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी. जाहिर है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल भी लिखित परीक्षा लेगा. अकेले रायपुर जिले में दसवीं और बारहवीं के 37 हजार बच्चे बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे. वहीं बच्चों को इसी ढंग से पढ़ाई करवाई जा रही है. बच्चों का मासिक मूल्यांकन किया जा रहा है. यूनिट टेस्ट लिया जा रहा है, ताकि बच्चे अच्छे से अपने सब्जेक्ट की तैयारी कर सकें और मुख्यधारा में आकर अपनी पढ़ाई कर सकें.

परिस्थिति देख लिया जाएगा निर्णय

इसके अलावा छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण जब बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे, सब बच्चों के लिए असाइनमेंट बनाने की व्यवस्था की गई थी. ताकि घर में भी बच्चों की पढ़ाई में रुचि बनी रहे. संक्रमण के कारण यह व्यवस्था पिछले साल लागू की गई थी और एग्जाम फ्रॉम होम के पैटर्न से परीक्षा आयोजित की गई थी. फिलहाल बोर्ड परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि परिस्थिति को देखकर ही यहां निर्णय लिया जाएगा.

Last Updated : Nov 11, 2021, 10:57 PM IST
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