रायपुर: रविवार को छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से जुड़े संगठनों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की समीक्षा की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला किसान संघ बालोद के संरक्षक और पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर ने की. कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव तेजराम विद्रोही ने किया.
दिल्ली रवाना होंगे किसान
बैठक में ये फैसला लिया गया कि 4 जनवरी को केंद्र सरकार के साथ किसानों की होने वाली बैठक के बाद तीनों कानून वापस नहीं लिए जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून नहीं बनाए जाने पर, अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति (AIKSCC) और संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से 1 हजार किसानों का जत्था 7 जनवरी को दिल्ली के लिए रवाना होगा.
पढ़ें: कवर्धा: भारतीय किसान संघ की आखिरी चेतावनी, मांगें पूरी नहीं तो करेंगे जल सत्याग्रह
खेती बचाओ यात्रा का आयोजन
प्रदेश के किसानों को मोदी सरकार के कृषि कानूनों से अवगत कराने के लिए 8 जनवरी से 22 जनवरी 2021 तक 'खेती बचाओ' यात्रा प्रदेश के सभी धान खरीदी केन्द्रों में चलाई जाएगी. ये यात्रा 22 सितंबर 2020 को किसान महासंघ से जुड़े संयुक्त किसान मोर्चा धमतरी से जारी खेती बचाओ आंदोलन का राज्यव्यापी स्वरूप होगा.
23 जनवरी को राजभवन मार्च
23 जनवरी को देशव्यापी किसान आंदोलन के आवाहन पर राजभवन मार्च होगा. साथ ही 24 जनवरी को दूसरा जत्था दिल्ली के लिए रवाना होगा. जो 26 जनवरी को दिल्ली के ट्रैक्टर रैली और किसानों की परेड में शामिल होगा.