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दर्द से तड़पती रही प्रसूता फिर भी कोई नहीं आया पास, जमीन पर दिया बच्चे को जन्म

सारंगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सुबह 10 बजे परिजनों ने भर्ती कराया. महिला ने जमीन पर ही बच्चे को जन्म दिया.

सारंगढ़ स्वास्थ्य केंद्र
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Published : Apr 19, 2019, 10:41 PM IST

रायगढ़: सारंगढ़ के एक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला ने जमीन पर शिशु को जन्म दे दिया. डॉक्टरों की लापरवाही को देखते हुए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाया है कि बार-बार बुलाने पर भी पीड़िता के पास डॉक्टर नहीं पहुंचे.

वीडियो.


दरअसल पूरा मामला ये है कि सारंगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर गर्भवती महिला को सुबह 10 बजे परिजनों ने भर्ती कराया. प्रसूता गृह में कुछ देर बाद महिला को तेज प्रसव पीड़ा हुई. गर्भवती महिला की मां ने नर्स को चलकर जांच करने का निवेदन किया, लेकिन उपस्थित नर्सों ने उन्हें झिड़की लगाते हुये कहा कि 4 घंटे बाद देखेंगे, अभी डिलीवरी होगी बोलकर नर्सें ड्यूटी कक्ष में चली गईं. इस बीच दर्द से कराहती गर्भवती महिला वार्ड के फर्श पर बैठकर तड़पती रही, जिसको देखकर महिला की मां फिर नर्सों के पास पहुंची.


दस बार महिला के नर्सों के पास चक्कर लगाने के बाद नर्सें प्रसूता कक्ष में पहुंची, लेकिन तबतक महिला एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दे चुकी थी. इसके पहले भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ में लापरवाही का मामला सामने आ चुका है.


डॉक्टर ने दी ये सफाई
अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर सुनील पटेल से इस मसले पर बात करने पर पता चला कि उन्होंने इस मामले की जानकारी नहीं थी, जिसके कारण प्रसव से संबंधित इलाज किसी त्रिपाठी मेडम और नर्सों ने ही किया.


बीएमओ हो गए गुस्सा
इसके कुछ देर बाद प्रभारी बीएमओ, अस्पताल अधीक्षक डॉ. सिदार दोपहर 1 बजे पहुंचे. इस मामले में चर्चा करने पर वे आग बबूला हो गए.

रायगढ़: सारंगढ़ के एक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला ने जमीन पर शिशु को जन्म दे दिया. डॉक्टरों की लापरवाही को देखते हुए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाया है कि बार-बार बुलाने पर भी पीड़िता के पास डॉक्टर नहीं पहुंचे.

वीडियो.


दरअसल पूरा मामला ये है कि सारंगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर गर्भवती महिला को सुबह 10 बजे परिजनों ने भर्ती कराया. प्रसूता गृह में कुछ देर बाद महिला को तेज प्रसव पीड़ा हुई. गर्भवती महिला की मां ने नर्स को चलकर जांच करने का निवेदन किया, लेकिन उपस्थित नर्सों ने उन्हें झिड़की लगाते हुये कहा कि 4 घंटे बाद देखेंगे, अभी डिलीवरी होगी बोलकर नर्सें ड्यूटी कक्ष में चली गईं. इस बीच दर्द से कराहती गर्भवती महिला वार्ड के फर्श पर बैठकर तड़पती रही, जिसको देखकर महिला की मां फिर नर्सों के पास पहुंची.


दस बार महिला के नर्सों के पास चक्कर लगाने के बाद नर्सें प्रसूता कक्ष में पहुंची, लेकिन तबतक महिला एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दे चुकी थी. इसके पहले भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ में लापरवाही का मामला सामने आ चुका है.


डॉक्टर ने दी ये सफाई
अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर सुनील पटेल से इस मसले पर बात करने पर पता चला कि उन्होंने इस मामले की जानकारी नहीं थी, जिसके कारण प्रसव से संबंधित इलाज किसी त्रिपाठी मेडम और नर्सों ने ही किया.


बीएमओ हो गए गुस्सा
इसके कुछ देर बाद प्रभारी बीएमओ, अस्पताल अधीक्षक डॉ. सिदार दोपहर 1 बजे पहुंचे. इस मामले में चर्चा करने पर वे आग बबूला हो गए.

Intro:रायगढ़/सारंगढ़
प्रसव पीड़ा से सारंगढ़ अस्पताल में तड़पती रही महिला,जमीन पर ही दिया शिशु को जन्म। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारंगढ़ का मामला। परिजनों ने किया है अस्पताल में हंगामा। डॉक्टरों के ऊपर लगाया बात को ना बढ़ाने के लिए दबाव का आरोप। बार-बार बुलाने पर भी पीड़िता के पास नहीं पहुंचे डॉक्टर।


बाईट 1 लक्ष्मी बरेठ, परिजन।

बाईट 2 पीड़िता के पिता।Body:दरअसल पूरा मामला यह है कि सारंगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर गर्भवती महिला को सुबह 10 बजे परिजनों ने भर्ती कराया प्रसूता गृह में कुछ देर बाद महिला को तेज प्रसव पीड़ा हुई तो उनके साथ गर्भवती महिला की मां के साथ लक्ष्मी बरेठ ने नर्स को चलकर जांच करने का निवेदन किया लेकिन उपस्थित नर्सों ने बुलाने आई महिला को ही झिड़की लगाते हुये 4 घंटे बाद देखेंगे अभी डिलीवरी होगा बोलकर वापस नर्स ड्यूटी कक्ष में आ गई इस बीच दर्द से कराहती गर्भवती माता की प्रसूता भर्ती वार्ड के फर्स के नीचे बैठ कर तड़पती रही जिसको देखकर फिर लक्ष्मी बरेठ दौड़ते हुए पुनः नर्सों के पास पहुँची और हालात के बारे फिर बताया तब कहीं नर्स अपना कुर्सी छोड़ कर प्रसूता कक्ष में गई लेकिन जाने से पहले ही गर्भवती ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दे चुकी थी जिसको उसके परिजनों ने उठाया ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ में लापरवाही का मामला सामने आ चुकी है लेकिन इस बार की लापरवाही ने कई जाने ले ली है। प्रसूता की पीड़ा को दर किनार कर ड्यूटी में रही नर्सों ने लेबर रूम में ले जाना भी उचित नही समझा और अंततः प्रसव पीड़ा बढ़ने पर भर्ती वार्ड में बिना डॉक्टर नर्स के महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
वहीं अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर सुनील पटेल से सबसे पहले चर्चा की गई तो उन्होंने ऐसे किसी मामले की जानकारी नही होने एवं प्रसव से संबंधित इलाज त्रिपाठी मेडम एवं नर्सों द्वारा ही किया जाना बताया इसके कुछ देर बाद प्रभारी बीएमओ एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ सिदार दोपहर 1 बजे पहुँचे तो उनसे भी इतनी बड़ी लापरवाही बरते जाने का कारण पूछा तो आग बबूला हो गये और तुम कौन होते सावल पूछने वाले शब्दों का इश्तेमाल करने लगे। Conclusion:
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