रायगढ़: धरमजयगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चंद्रशेखरपुर एडु में शौचालय और अन्य आर्थिक अनियमितता को लेकर सरपंच के खिलाफ ग्रामीण धरना दे रहे हैं. शुक्रवार को धरना प्रदर्शन का दूसरा दिन था. ग्रामीणों के साथ छल कर उनके हक की लाभ वाली योजनाओं में लाखों रुपये की घोटाला करने का आरोप लगाया है और धरने के दूसरे दिन महिला सरपंच के खिलाफ में ग्रामीणों ने पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया. हालांंकि मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतला को छीन लिया. महिला सरपंच के तीसरे कार्यकाल में कांग्रेस की सत्ता के आते ही शौचालय आदि की लगभग 50 लाख रुपये की राशि का पूरी तरह दबाने का आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं.
ग्रामीणों का तो यहां तक आरोप है कि महिला सरपंच को स्थानीय विधायक और जनपद प्रशासन के अधिकारियों का इस बड़े घोटाले में खुला सरंक्षण प्राप्त है. साथ ही सालों से शौचालय निर्माण और हितग्राहियों को उनकी हक की शौचालय की राशि का वितरण नहीं कर राशि को गबन करने की नीयत से और अन्य गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यों में हुए भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं.
शिकायत कर जांच की थी मांग
युवा जनता कांग्रेस के संभागीय अध्यक्ष नवल राठिया और निरंजन दास महंत के नेतृत्व में यहां के ग्रामवासियों द्वारा घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार की लिखित शिकायत SDM से को किया गया था, जिसमें सात दिन के भीतर जांच और कार्रवाई की मांग की गई थी. अन्यथा पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर पंचायत में तालाबन्दी कर अपनी मांग पूरी होने तक अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने और भूख हड़ताल करने का आवेदन दिया था और अब समय सीमा में मांग और जांच पूरी नही होने से हड़ताल पर बैठ गए है.
पढ़ें: अनलॉक के साथ स्ट्रीट फूड वेंडर्स की आमदनी हुई लॉक, नहीं आ रहे ग्राहक
शौचालय को स्टोर रूम के लिए उपयोग कर रहे ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार चंद्रशेखरपुर में पंचायत द्वारा 171 शौचालय का निर्माण कराया गया था और लगभग 200 शौचालय ग्रामीणों द्वारा निजी तौर पर बनाया गया था, लेकिन यंहा के शौचालय को ग्रामीण स्टोर रूम के लिए उपयोग कर रहे है, जिससे आप अंदाजा लगा सकते है कि इस ग्राम के शौचालय को किस तरह से निर्माण कराया गया होगा. निर्माण कार्य को देखते हुए कुछ ग्रामीणों ने अपने निजी पैसों से शौचालय का निर्माण कराया था. साल 2015-2016 में उसका प्रोत्साहन राशि उन्हें 4 साल बीत जाने के बाद भी नहीं मिल सका.
कई बार की जा चुकी है शिकायतें
इस प्रकार के और कई अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने SDM और जनपद सीईओ को लिखित शिकायत किया था, लेकिन उनके द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने मजबूर होकर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए. यह आंदोलन दिन रात जारी है.