रायगढ़: नगर निगम में 2021 22 के लिए बजट पेश किया गया. महापौर जानकी बाई काटजू ने करीब 357 करोड़ का बजट पेश किया. नए सरकार के गठन के बाद शहर सरकार ने पहली बार बजट पेश किया. इस दौरान सदन गर्मा-गर्मी का माहौल रहा. बीजेपी के पार्षदों ने बजट को निरर्थक और रायगढ़ की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. इस दौरान सदन की अध्यक्षता नगर निगम के सभापति जयंत ठेठवार ने की.
सदन में नगर निगम महापौर जानकी बाई काटजू, नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी, नगर निगम कमिश्नर आशुतोष पांडे, सत्ता पक्ष के एमआईसी सदस्य के साथ बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद मौजूद थे. महापौर ने इसे बजट को जन हितैषी और शहर के विकास के लिए जरूरी बताया. तो वही विपक्ष ने इसे निरर्थक और शहर को उपेक्षित करने का बजट बताया.
बजट को लेकर विपक्ष ने साधा निशाना
रायगढ़ नगर निगम के वरिष्ठ बीजेपी पार्षद सुभाष पांडे ने बजट को लेकर सरकार को जमकर निशाना साधा. उन्होंने बजट को निरर्थक और खोकला बताया. उन्होंने बताया कि बजट में मूलभूत सुविधाओं के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया है. ना शहर के व्यवस्था को सुधारने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है. जो पुराना बजट है उसी को फिर से नया कवर चढ़ाकर पेश कर दिया गया है.
छोटे-छोटे कार्यों पर नहीं दिया गया ध्यान
सुभाष पांडे ने बताया लॉकडाउन के दौरान नगर निगम के पास पर्याप्त टाइम था. जिसमें मूलभूत सुविधाओं की मरम्मत और निर्माण कार्यों को करने के लिए स्वतंत्रता थी, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना, सड़कों की मरम्मत, पाइपलाइन लाइन समेत छोटे-मोटे कार्यों पर निगम ने ध्यान नहीं दिया.
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रायगढ़ के लोगों के लिए है बजट: महापौर
विपक्ष के आरोपों को लेकर महापौर जानकी बाई काटजू का कहना है कि बजट रायगढ़ के लोगों के लिए है. रायगढ़ शहर के लिए है. इसमें पक्ष विपक्ष के बीच आपसी नोकझोंक होना सामान्य सी बात है. विपक्ष की जो भी आपत्ति है उनको बैठकर समीक्षा की जाएगी और समीक्षा के बाद जो नतीजे आएंगे उसके अनुसार बेहतर बनाने के लिए व्यवस्था की जाएगी.
357 करोड़ रुपए का है बजट
महापौर ने बताया कि रायगढ़ शहर को सुंदर बनाने और व्यवस्थित रखने के लिए इस बजट को बनाया गया है. लगभग 357 करोड़ रुपए से भी अधिक का बजट बनाया गया है जो कि साल 2021 22 में शहर के विकास के लिए खर्च करने हैं और पूरी तरह से इसका रोड मैप बजट के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है. जहां पर भी विपक्ष का आरोप होगा उसकी समीक्षा की जाएगी और उसके बेहतर विकल्प निकाले जाएंगे.