रायगढ़: जिले के खरसिया तहसील से हृदय विदारक घटना सामने आई है. शासकीय स्कूल में पढ़ाने वाली महिला टीचर पर आरोप है कि उसने 6 साल की बच्ची को कैद कर रखा. बच्ची को बाथरूम में बंद कर हर रोज उसके साथ मारपीट करती है. सूचना के बाद महिला बाल विकास विभाग की टीम पुलिस अधिकारियों के साथ पहुंची. बच्ची का रेस्क्यू किया गया. महिला टीचर को गिरफ्तार कर पूछताछ जारी है. पुलिस के मुताबिक आरोपी महिला टीचर आशा अग्रवाल पर 8 साल पहले भी मासूम बच्ची के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था.
कौन है बच्ची: महिला टीचर खरसिया विकासखंड के बांसमुड़ा में शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षक के पद पर पदस्थ है. महिला का पति बिश्रामपुर क्षेत्र में ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है. इसी दौरान उसके ड्राइवर ने गरीबी का हवाला देकर बच्ची को अग्रवाल परिवार को दिया, ताकि बच्चे की पढ़ाई लिखाई हो सके. बीते 2 साल से बच्ची महिला टीचर के साथ है.
पड़ोसियों ने दी सूचना: कई दिनों से पड़ोसियों को मारने पीटने की आवाजें घर से आती थी. पड़ोसियों ने नजदीकी पुलिस थाने में इसकी शिकायत की. पुलिस की टीम ने मदनपुर सिंचाई कॉलोनी में आशा अग्रवाल के घर दबिश देकर बच्ची का रेस्क्यू किया.
घर में काम करने वाले ने भी लगाया आरोप: आरोपी टीचर के घर बिलासपुर निवासी सुखदेव सिंह भी काम करता है. 20 दिन पहले ही वो काम पर लगा था. उसने भी महिला टीचर पर मारपीट का आरोप लगाया है. सुखदेव ने बताया कि महिला टीचर का व्यवहार ठीक नहीं है.
8 साल पहले भी टीचर के घर से बच्ची को किया था रेस्क्यू: अधिकारियों ने बच्ची को CWC को सौंप दिया है. महिला बाल विकास अधिकारी दीपक डनसेना ने बताया कि महिला पर पहले भी एक बच्ची को बंधक बनाकर मारपीट का आरोप लगा था. उस समय भी बच्ची को रेस्क्यू कर बचाया गया. बार बार इस तरह की घटनाओं से महिला की मानसिक स्थिति के बारे में पता चल रहा है. महिला पर कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी.